भारतीय प्रवासी दिवस 2025की थीम क्या है? What is the theme of Indian diaspora day 2025?

 


प्रवासी भारतीय दिवस 2025 : -

प्रवासी -प्रवासी भारतीय का मतलब है वे लोग जो भारत से बाहर रहते हैं। या वहां से आये है। प्रवासी भरतीयों को अधिकारिक तौर पर अनिवासी भारतीय (एन आर आई) और भारतीय मूल के लोग(पी आई ओ) कहा जाता है।



प्रवासी भारतीय दिवस, जिसे अनिवासी भारतीय (NRI) दिवस भी कहा जाता है, हर साल 9 जनवरी को भारत में भारतीय प्रवासी समुदाय के सम्मान और उनके साथ जुड़ने के लिए मनाया जाता है। यह महत्वपूर्ण अवसर भारत और उसके प्रवासी नागरिकों के बीच संबंधों को मजबूत करने और राष्ट्र के विकास के लिए उनकी विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठाने का लक्ष्य रखता है।


प्रवासी भारतीय दिवस 2025 – तिथि

18 वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 8 से 10 जनवरी 2025 के बीच भुवनेश्वर, ओडिशा में आयोजित किया गया है सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य प्रवासी समुदाय, विशेषकर युवाओं के साथ गहरा जुड़ाव स्थापित करना और भारत के विकास में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए अवसर तलाशना था।


प्रवासी भारतीय दिवस 2025 – थीम

इस वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस की थीम थी “विकसित भारत के लिए प्रवासियों का योगदान”। यह थीम भारतीय प्रवासियों के भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करती है।


प्रवासी भारतीय दिवस – इतिहास

प्रवासी भारतीय दिवस भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन भारतीय प्रवासियों के योगदान को स्वीकार करने और भारत के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार द्वारा मनाया जाता है।


पहला प्रवासी भारतीय दिवस: पहला प्रवासी भारतीय दिवस 2003 में मनाया गया था।

प्रवासी दिवस का उद्देश्य:-


 इस दिन का मुख्य उद्देश्य भारतीय प्रवासियों को भारत के विकास में भागीदार बनाना और उनके साथ साझेदारी को बढ़ावा देना है।

प्रवासी भारतीय दिवस भारत और भारतीय प्रवासी समुदाय के बीच संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

 प्रवासी भारतीय दिवस – प्रमुख घटनाएं और चर्चा 

युवा प्रवासी भारतीय दिवस, सम्मेलन की शुरुआत युवा प्रवासियों के लिए समर्पित दिन से हुई, जिसमें उनकी नेतृत्व क्षमता और नवाचार विचारों पर चर्चा की गई।

प्लेनरी सत्र,सम्मेलन में विविध विषयों पर गहन चर्चा वाले सत्र आयोजित किए गए, जैसे-

“सीमाओं से परे,वैश्वीकृत दुनिया में प्रवासी युवाओं का नेतृत्व”

“पुलों का निर्माण, बाधाओं को तोड़ना, प्रवासी कौशल की कहानियां”

“ग्रीन कनेक्शन- सतत विकास में प्रवासियों का योगदान”

“डायस्पोरा दीवा- महिलाओं के नेतृत्व और प्रभाव का जश्न – नारी शक्ति”

प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार: भारतीय प्रवासी समुदाय के प्रतिष्ठित सदस्यों को यह सम्मान उनके भारत और उनके मेजबान देशों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रदान किया गया।

इंटरएक्टिव सत्र-कई संवादात्मक सत्रों ने प्रतिभागियों के बीच नेटवर्किंग और ज्ञान साझा करने को प्रोत्साहित किया, जिससे विचारों और दृष्टिकोणों का सक्रिय आदान-प्रदान हुआ।

 प्रवासी भारतीय दिवस – महत्व

आर्थिक विकास- भारतीय प्रवासी समुदाय भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

विदेशी मुद्रा भेजना (रेमिटेंस)-प्रवासी भारतीयों द्वारा भेजी गई विदेशी मुद्रा भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ा योगदान देती है और आर्थिक विकास में सहायक होती है।

निवेश-प्रवासियों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों जैसे बुनियादी ढांचा, प्रौद्योगिकी, और स्टार्टअप्स में किया गया निवेश आर्थिक प्रगति को प्रेरित करता है।

कौशल और विशेषज्ञता: प्रवासी समुदाय अपने कौशल, ज्ञान और विशेषज्ञता के साथ भारत में नवाचार और विभिन्न क्षेत्रों में विकास में योगदान देता है।

सांस्कृतिक आदान-प्रदान, यह दिवस भारत और वैश्विक भारतीय समुदाय के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है, जिससे भारतीय संस्कृति और धरोहर की गहरी समझ और सराहना होती है।

सॉफ्ट पावर में वृद्धि-यह आयोजन वैश्विक मंच पर भारतीय प्रवासी समुदाय की उपलब्धियों और योगदान को प्रदर्शित करके भारत की सॉफ्ट पावर को बढ़ाता है।

संबंधों को मजबूत करना: प्रवासी भारतीय दिवस भारत और उसके प्रवासी समुदाय के बीच संबंधों को मजबूत करने और साझा पहचान की भावना को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है।

18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 8-10 जनवरी 2025 के बीच भुवनेश्वर, ओडिशा में आयोजित किया गया है 


थीम - (2025) “विकसित भारत के लिए प्रवासियों का योगदान”

इतिहास – पहली बार 2003 में मनाया गया।

 उद्देश्य-भारतीय प्रवासी समुदाय को भारत के विकास में भागीदार बनाना। भारत और भारतीय प्रवासी समुदाय के बीच संबंधों को मजबूत करना।

 युवा प्रवासी भारतीय दिवस-युवा नेतृत्व और नवाचार पर केंद्रित।

प्लेनरी सत्र- विषयों में शामिल थे प्रवासी युवा नेतृत्व, प्रवासी कौशल, सतत विकास, और महिला नेतृत्व (“नारी शक्ति”)

 प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार- प्रवासी समुदाय के प्रतिष्ठित सदस्यों को प्रदान किए गए। 

महत्व – आर्थिक विकास: रेमिटेंस, निवेश, और विशेषज्ञता के माध्यम से योगदान। सांस्कृतिक आदान-प्रदान,वैश्विक स्तर पर भारत की धरोहर को बढ़ावा देना।सॉफ्ट पावर में वृद्धि,प्रवासी समुदाय की उपलब्धियों को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करना।

 संबंध मजबूत करना- भारत और प्रवासी समुदाय के बीच साझा पहचान को बढ़ावा देना।

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