डोनाल्ड ट्रम्प फिर से जीते अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव,क्यों करते हैं,भारत पर विश्वास? Donald Trump wins the US Presidential election again .why do we trust India?



अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव परिणाम 2024-

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव परिणाम 2024- डोनाल्ड ट्रंप को मिली व्हाइट हाउस की चाबी, कमला हैरिस को हराया डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस में राष्ट्रपति पद के लिए कड़ा मुकाबला रहा।

US election results 2024 Kamala Harris Vs Donald Trump- अमेरिका में अगले चार साल किसका शासन चलेगा यानी दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश का राष्ट्रपति कौन होगा यह तय हो चुका है।

 रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव जीत लिया है और वे 20 जनवरी राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे, डोनाल्ड ट्रंप ने जीत के बाद अमेरिकी नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि ये क्षण देश को उबारने में मदद करेगा, अमेरिका ने हमें अभूतपूर्व जनादेश दिया है,ट्रंप ने लोगों से कहा कि मैं आपके लिए लड़ता रहूंगा,ऐसी जीत पहले कभी नहीं देखी,आपके लिए जीवन की अंतिम सांस तक खड़ा रहूंगा, तब तक चैन से नहीं बैठूंगा जब तक एक मजबूत और समृद्ध अमेरिका आपको नहीं दे देता, जिसके आप हकदार हैं, अगले 4 साल अमेरिका का स्वर्णिम काल होगा,

5 नवंबर को मतदान के बाद वोटों की गिनती काम चालू हो गया है।अभी तक की गिनती में अमेरिका के 50 राज्यों में 538 सीटों या अमेरिका के हिसाब से कहें तो इलेक्टोरल वोट के लिए चुनाव हुआ, इन सीटों में जीतने वाले प्रत्याशी को 270 का आंकड़ा पार करना था जो डोनाल्ड ट्रंप कर चुके हैं, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए हुई वोटिंग में गिनती के बाद जो परिणाम आए हैं उससे साफ हो गया है कि सिनेट में भी रिपब्लिकन पार्टी को बहुमत मिल गया है, चुनाव के परिणामों में डोनाल्ड ट्रंप को 295 इलेक्टोरल वोट्स हासिल करके सत्ता में वापसी कर ली हैं, कमला हैरिस को 226 इलेक्टोरल वोट मिले हैं।


 शुरुआती दौर में पिछड़ती नजर आईं लेकिन बाद में उन्होंने अंतर को पाटकर मुकाबला कड़ा कर दिया, लेकिन अंतत: डोनाल्ड ट्रंप ने जीत दर्ज कर ली है, 

सात स्विंग स्टेट में एक नॉर्थ कैरोलिना ट्रंप जीत चुके हैं,गौरतलब है कि अमेरिका में कहा जाता है कि सात स्विंग स्टेट में जो जीतता है उसे पूरे चुनाव में जीत मिल जाती है, अभी तक स्विंग स्टेट की परिस्थिति को देखा जाए तो सातों स्टेट में डोनाल्ड ट्रंप रहे हैं,बता दें कि स्विंग स्टेट वे राज्य हैं जहां पर किसी पार्टी के समर्थन का रिकॉर्ड नहीं है, यानी लोग पार्टी और प्रत्याशी के हिसाब से वोट करते हैं और समर्थन बदल जाता है।

कुल मिलाकर यह साफ है कि इस बार ट्रंप को स्विंग स्टेट्स में पसंद किया गया है,यानी जो वोटर अपना मद बदलते हैं उन्होंने ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के लिए मतदान किया है, पिछले तीन चुनावों का हाल अमेरिका में दो दलों के बीच मुकाबला होता है, डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन पार्टी के बीच मुकाबला होता है वर्तमान में जो बाइडेन की सरकार है, वे डेमोक्रेटिक पार्टी के 2020 में चुनाव जीतने के बाद राष्ट्रपति बने थे, उन्होंने तब डोनाल्ड ट्रंप को हराया है. बाइडेन को 306 और ट्रंप को 232 इलेक्टोरल वोट्स मिले थे, 2020 की हार को डोनाल्ड ट्रंप ने आरंभ में स्वीकार नहीं किया था, लेकिन बाद में कोर्ट ने उनके सारे आरोपों को खारिज कर दिया था, इससे पहले जब 2016 में डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की ओर से चुनाव जीते थे तब उन्हें 304 और तब की डेमोक्रेट्स की प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन को 227 इलेक्टोरल वोट मिले थे, 


कमला हैरिस के लेट एंट्री


2024 के चुनाव में आरंभ में जो बाइडेन एक बार फिर चुनाव लड़ने के लिए पार्टी की ओर से प्रत्याशी के रूप में आगे आए थे, लेकिन चुनाव प्रचार के कुछ ही दिनों बाद पार्टी में उनके विरुद्ध आवाजें उठीं और उन्होंने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को अपनी जगह मैदान में उतारने का ऐलान किया. पार्टी ने कमला हैरिस के नाम का अनुमोदन किया और वह डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से प्रत्याशी हो गईं. दूसरी तरफ रिपब्लिकन पार्टी की ओर से डोनाल्ड ट्रंप जो 2016 का चुनाव जीत कर राष्ट्रपति बने थे, एक बार फिर मैदान में उतरे,

डोनाल्ड ट्रंप को उद्योगपतियों का समर्थन

डोनाल्ड ट्रंप के आक्रामक रवैये और जो बाइडेन की उम्र के चलते पहली चुनावी डिबेट में जो बाइडेन काफी पिछड़ने लगे थे, जिसके बाद डेमोक्रेटिक पार्टी में जो बाइडेन का विरोध हुआ और जुलाई में जो बाइडेन अपना नाम वापस लेने के साथ ही कमला हैरिस का नाम आगे बढ़ाया था, कमला हैरिस के पास डोनाल्ड ट्रंप के आक्रामक रुख का जवाब देने के लिए बहुत ज्यादा समय नहीं था. लेकिन कमला हैरिस ने चुनाव में जोरदार कैंपेन किया,डोनाल्ड ट्रंप को इस बार के चुनाव में अमेरिका के कई उद्योगपतियों का समर्थन हासिल था, दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार एलन मस्क ने तो समर्थन के साथ ही खुलकर कई बार डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में प्रचार भी किया,

अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर ट्रंप के सवाल


अपनी कई चुनावी रैलियों में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की आर्थिक स्थिति को लेकर सवाल उठाए. इसके साथ ही उन्होंने महंगाई को देश के लोगों के सामने प्रमुखता से रखा,इसके अलावा उन्होंने यह भी लोगों के बीच बताया कि जो बाइडेन के राष्ट्रपति के तौर पर कमला हैरिस उनकी उपराष्ट्रपति रहते हुए नाकाम हुई हैं, उन्होंने सवाल उठाया कि राष्ट्रपति बनने के बाद कमला हैरिस क्या बदलेंगी जो वह अभी तक नहीं कर पाईं थी,  उधर, कमला हैरिस ने पूरा प्रयास किया कि डोनाल्ड ट्रंप के सवालों का सीधा जवाब दिया जाए, उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वह बाइडेन प्रशासन से अलग अपनी नीतियों पर काम करेंगी, 


दोनों के मुद्दे क्या रहे


गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप जहां अर्थव्यवस्था और गैरकानूनी इमीग्रेशन के मुद्दे को सबसे ज्यादा उछाल रहे थे और कमला हैरिस को कम्युनिस्ट करार दे रहे थे वहीं कमला हैरिस ने डोनाल्ड ट्रंप को एक अलोकतांत्रिक इंसान बताया,कमला हैरिस ने देश में लोकतंत्र को बचाने के मुद्दे के साथ साथ सबसे ज्यादा जोर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के मुद्दे को दिया।


अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से भारत को फायदा या नुकसान? जानें ट्रंप का रुख क्या कहता है

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत हासिल कर ली है, अमेरिका के सभी सातों स्विंग स्टेट में भी ट्रंप को पहली पसंद के रूप में चुना गया है. ऐसे में जानिए ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत पर क्या असर पड़ने वाला है,अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस पर जीत हासिल कर ली है, रिपब्लिकन कैंडिडेट डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रैट उम्मीदवार कमला हैरिस के बीच कड़ा मुकाबला था। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और US के संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई है, दिपावली के खास मौके पर ट्रंप ने सोशल मीडिया साइट X पर पोस्ट करते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना दोस्त बताया था,साथ ही अपनी सरकार आने पर दोनों देशों के बीच की साझेदारी को और आगे बढ़ाने का वादा किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प भारतवंशी मतों को पलटने में सफल रहे हैं। क्यों कि ट्रम्प ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को ग़लत बताया था।साथ ही ट्रम्प पाकिस्तान को झूठा और धोखेबाज मानते रहे है। वहीं ट्रम्प भारत और भारतीयों को मेहनती, ईमानदार और बसुधैव कुटुम्ब की संस्कृति को मानने और उसे व्यवहार में जीने वाले मानते हैं।

Popular posts from this blog

वक्फ बोर्ड क्या है? वक्फ बोर्ड में संशोधन क्यों जरूरी?2024 Waqf Board

सात युद्ध लड़ने वाली बीरबाला तीलू रौतेली का जन्म कब हुआ?Veerbala Teelu Rauteli

संघ(RSS) के कार्यक्रमों में अब सरकारी कर्मचारी क्यों शामिल हो सकेंगे? Now goverment employees are also included in the programs of RSS