नरक चतुर्दशी और रूप चौदस 2024 कब है? क्या है नरक चतुर्दशी? When is narak chaturdshi and roop chaudas 2024 what is narak chaturdshi?
नरक चतुर्दशी - नरक चतुर्दशी प्रकाश या ईश्वरीय अच्छाई की शक्ति द्वारा अंधकार या बुराई के उन्मूलन का प्रतीक है। इसलिए इस दिन पूरे भारत में दीये जलाए जाते हैं, और दिवाली मनाई जाती है। इस त्यौहार से जुड़ी कुछ कहानियाँ इस प्रकार हैं- नरकासुर का वध- ऐसा माना जाता है कि राक्षस राजा नरकासुर धरती पर लोगों को बहुत परेशान करने लगा था। जब लोग उसके अत्याचारों से परेशान हो गये और अत्याचारों को सहन नहीं कर पा रहे थे, तब उन्होंने भगवान कृष्ण और देवी काली से मदद की गुहार लगाई। कुछ पौराणिक कथाओं में भगवान कृष्ण द्वारा नरकासुर के वध की बात कही गई है, तो कुछ में देवी काली द्वारा उसके वध की बात कही गई है। इसीलिए इस दिन को काली चौदस भी कहा जाता है। यह महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में प्रचलित है। भारत के जिन राज्यों में नरक चतुर्दशी दिवाली से पहले अमावस्या के दिन मनाई जाती है, वहां अगले दिन लोग इस राक्षस राजा के वध तथा पृथ्वी से बुराई और अंधकार के विनाश का जश्न मनाने के लिए दीप जलाते हैं। नरक चतुर्दशी की रस्में पूरे भारत में कई तरह से मनाई जाती हैं। भारत के ग्रामीण इलाको...