15अगस्त 2024 को लालकिले से पीएम मोदी के भाषण की क्या थी खास बातें?Independence day 2024 PM Modi'sSpeech
Highlights of PM Modi’s Speech,15 August 2024 भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी ने 15अगस्त 2024को लगातार 11वीं बार तिरंगा ध्वज फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया।आइये जानते हैं उनके सम्बोधन की मुख्य बिंदु -
महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए दी गई सजा का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए- पीएम मोदी ने भारत 15 अगस्त, 2024 को अपना 78 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय ध्वज फहराया और नई दिल्ली के प्रतिष्ठित लाल किले से राष्ट्र को संबोधित किया।15 अगस्त वह दिन है जब भारत को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त घोषित किया गया था, जिन्होंने भारत पर 200 से अधिक वर्षों तक शासन किया था, यह उन राष्ट्रीय दिवस में से एक है जब भारतीय उन स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया।और अपना जीवन समर्पित कर दिया।इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए दी गई सजा का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए।
Happy Independence Day 2024 PM Modi’s Speech पीएम के भाषण की प्रमुख बातें
पीएम मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे।पीएम मोदी ने इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज का गर्व से स्वागत किया और इसे भारतीय जनता के गर्व और स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में स्थापित किया।
इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस की थीम विकसित भारत 2047(Viksit Bharat 2047) था। यह समारोह 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र में बदलने की दिशा में सरकार के प्रयासों को नए सिरे से बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। श्रीनगर और लद्दाख से लेकर देश की राजधानी तक, देश 15 अगस्त को अपनी आजादी का जश्न मनाने के लिए एक साथ जुड़ा।लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराना एक परंपरागत आयोजन है जो हर साल 15 अगस्त को सम्पन्न होता है,यह उत्सव देशभक्ति और स्वतंत्रता के भावनाओं को समर्पित करता है और लाखों भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण है,पीएम मोदी ने इस अवसर पर देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी और उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के वीर योद्धाओं को सलाम अर्पित किया, यह लगातार 11वां मौका है जब पीएम लाल किले से देश को संबोधित किया।इस अवसर पर पीएम मोदी ने राष्ट्रीय एकता, समरसता और सभी तरह के सम्मान की महत्वपूर्णता पर सबका ध्यान खींचा, साथ ही उन्होंने समाज के हर वर्ग को सम्मान दिया और देश के संविधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने की बात की।
अगले पांच वर्षों में 75,000 और मेडिकल सीटें बढ़ाने की घोषणा की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा कि अगले पांच वर्षों में 75,000 और मेडिकल सीटें बढाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि आज भी कई बच्चे, खासकर मध्यम वर्ग के, मेडिकल शिक्षा के लिए विदेश जा रहे हैं, और अपनी पढ़ाई पर लाखों और करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं। पीएम मोदी ने बताया कि पिछले 10 सालों में सरकार ने मेडिकल सीटों की संख्या को लगभग 1 लाख तक बढ़ाया है।
कृषि क्षेत्र के सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास कर रही है। अपने भाषण में उन्होंने रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी की सेहत पर पड़ रहे नकारात्मक प्रभावों पर चिंता जताई।और आर्गेनिक खेती की तरफ बढ़ने को प्रेरित किया।
पड़ोस में शांति के लिए प्रतिबद्ध
बांग्लादेश के संदर्भ में पीएम मोदी ने कहा कि पड़ोसी होने के नाते हमें वहां की स्थिति की चिंता है और हम वहां सामान्य स्थिति की उम्मीद करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। प्रधानमंत्री ने कहा,हम पड़ोस में शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं और बांग्लादेश की प्रगति की उम्मीद करते हैं।
समान नागरिक संहिता क्या बोले पीएम
अपने 11वें लगातार स्वतंत्रता दिवस के भाषण में पीएम मोदी ने समान नागरिक संहिता की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि यह समय की मांग है कि देश में विभेदकारी सांप्रदायिक कानूनों को समाप्त किया जाना चाहिए।साथ ही, प्रधानमंत्री ने 14 अगस्त को विभाजन से प्रभावित लोगों के दुखों को याद किया और एकता और भाईचारे के बंधनों की रक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
महिला-नेतृत्व वाले विकास मॉडल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के लिए दी जाने वाली सजाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है, ताकि परिणाम का डर रहे।78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए, श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने महिला-नेतृत्व वाले विकास मॉडल पर काम किया है,लेकिन वह अभी भी महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और हिंसा की घटनाओं पर चिंतित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ग्लोबल क्रोध में भारत का योगदान बड़ा है भारत का निर्यात लगातार बढ़ रहा है विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ा हुआ है पहले से दोगुना हुआ है
ग्लोबल संस्थाओं का भारत के प्रति भरोसा पड़ा है भारत प्रगतिशीलता के मार्ग पर तेजी से बढ़ रहा है शासन प्रशासन की हर इकाई में सिर्फ दो रिफॉर्म करें पंचायत स्तर पर भी यही हो ऐसा करेंगे तो देखते-देखते लाखों सुधार हो जाएंगे फिर आम जीवन आसान हो जाएगा ऐसा हो तो हमारे देश का नौजवान नई ऊंचाइयों को छू जाएगा। आज देश में कई जनसुविधाओं का सेंचुरियन पॉइंट आ गया है। सेंचुरी एंड पॉइंट मतलब 100% लक्ष्य पूरा सेंचुरेशन की स्थिति आती है तो समाज को जाति का रंग नहीं लगता,सेंचुरेशन का पॉइंट आता है तो सबका साथ सबका विकास का मंत्र चलता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक तरफ भारत के सीईओ दुनिया भर में नाम कमा रहे हैं दूसरी तरफ महिला स्वयं सहायता समूह से एक करोड़ माताएं-बहिनें लखपति दीदी बनती हैं। और प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत 2036 में ओलंपिक खेलों का आयोजन करने के लिए तैयारी कर रहा है।