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Showing posts from August, 2024

आखिर बंगाल में क्यों होती है इतनी राजनीतिक हिंसा कौन है जिम्मेदार?Why is there so much Political Violence in Bengal?

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  आखिर बंगाल में क्यों होती है इतनी राजनीतिक हिंसा, कौन है इसका जिम्मेदार Political Violence in West Bengal:पश्चिम बंगाल में राजनीति की बात होती है तो पहले वहां की सियासी हिंसा की चर्चा होती है। देश के करीब-करीब हर राज्य में चुनाव के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं होती हैं, यानी इन राज्यों में हिंसा चुनावी होती है, वहीं, पश्चिम बंगाल में हिंसा का नाता चुनाव से नहीं राजनीति से हो गया है,   पश्चिम बंगाल में हिंसा और राजनीति एक दूसरे के पूरक हैं, जब भी पश्चिम बंगाल में राजनीति की बात होती है तो पहले वहां की सियासी हिंसा की चर्चा होती है, देश के करीब-करीब हर राज्य में चुनाव के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं होती हैं, यानी सभी राज्यों में हिंसा चुनावी होती है, वहीं पश्चिम बंगाल में हिंसा का नाता चुनाव से नहीं राजनीति से हो गया है, पश्चिम बंगाल में दशकों से राजनीतिक हिंसा आम बात है।आजादी के बाद से बंगाल ने कई राजनीतिक दलों के नेतृत्व वाली सरकारें देखी हैं,जिनमें दो दशकों से अधिक समय तक शासन करने वाली कांग्रेस और तीन दशकों से अधिक समय तक शासन करने वाली भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्...

National Sports Day 2024:क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय खेल दिवस ?कौन थे मेजर ध्यानचंदसिंह Who was Majr Dhyanchandsingh

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  विश्व हाकी जादूगर (World,Hockey,Magician) मेजर ध्यानचन्दसिंह भारत में 29 अगस्त को हर वर्ष राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। इस बार 29 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय खेल दिवस का थीम है शांतिपूर्ण और समावेशी समाजों के संवर्धन और विकास के लिए खेल, हर भारतीय मेजर ध्यानचंदसिंह के नाम से भली भांति परिचित हैं, हाकी के क्षेत्र में विश्व भर में भारत को अलग पहचान दिलाने वाले हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंदसिंह के जन्मदिवस पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई थी। देश में पहला राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त 2012 को मनाया गया था। आइये जानते हैं। विश्व हाकी जादूगर मेजर ध्यानचंदसिंह के बारे में  विश्व हॉकी के जादूगर मेजर  ध्यानचंदसिंह का जन्म 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनकी माता का नाम शारदा सिंह और पिता का नाम सोमेश्वर सिंह था। पिताजी भारतीय ब्रिटिश सेना मे सुबेदार थे।और हाकी खेलते थे।इनके बडे़ भाई रूप सिंह भी हाकी के खिलाड़ी थे।1922 मे वे भारतीय ब्रिटिश सेना मे भर्ती हुए।1922  से 1926 तक उन्होने सेना की तरफ से हाकी खेली। 13 मई1926में मेजर ध्यानचंद सिंह ने न...

वक्फ बोर्ड क्या है? वक्फ बोर्ड में संशोधन क्यों जरूरी?2024 Waqf Board

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  वक्फ बोर्ड वह संस्था है जो अल्लाह के नाम पर दान में दी गयी सम्पत्ति का रख रखाव करता है।भारत में वक्फ बोर्ड का इतिहास- मुसलमानों की मजहबी संपत्ति (मस्जिद, मजार, कब्रिस्तान) आदि की देखरेख के लिए पहली बार 7 मार्च 1913 को एक कानून बनाया गया। इसके बाद 5 अगस्त 1923 को इसमें कुछ सुधार किया गया, यहां तक तो इसमें ऐसी कोई बात नहीं थी, जिससे किसी को कोई आपत्ति हो, इसके बाद 25 जुलाई 1930 को इसमें कुछ और प्रावधान जोड़े गए। 7 अक्टूबर 1937 को भी इसमें कुछ बदलाव किये गये 21मई 1954 को इसमें और थोड़ा बदलाव किया गया, 1984 में भी इसमें कुछ परिवर्तन किए गए,फिर 22 नवंबर 1995 को इसे ज्यादा ताकतवर बनाया गया।  इसके बाद 20 सितंबर 2013 को वक्फ अधिनियम 1995 में कुछ संशोधन किया और बोर्ड को अपार शक्ति दे दी गई। वक्फ बोर्ड इन शक्तियों का इस्तेमाल जमीन कब्जाने के लिए कर रहा है। इसलिए आज वक्फ बोर्ड के पास रेलवे और सेना के बाद सबसे अधिक जमीन है। वक्फ अधिनियम 1995 की धारा 40 के अनुसार किसी भी सम्पत्ति को वक्फ संपत्ति घोषित करने से पहले उसके मालिक को सूचित करना जरूरी नहीं है।चुपके से वक्फ संपत्ति घोषित कर दिया...

National space Day 2024, 23अगस्त को ही क्यों मना रहा है भारत राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस?

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  23 अगस्त 2024 को भारत का प्रथम राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (National space Day)  मनाया जा रहा है। जो चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को समर्पित है। 23 अगस्त 2023 को ही इसरो ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रचा था,इसरो की यह उपलब्धि अंतरिक्ष विज्ञान और अनुशासन में भारत के महत्वपूर्ण योगदान का प्रतीक है 23 अगस्त 2023 को भारत के चंद्रयान -3 मिशन ने वह कारनामा कर दिखाया जो पहले किसी भी देश ने नहीं किया था, इसके साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश बना था, साथ ही भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक नया खिलाड़ी बनकर उभरा था अब भारत अपने गगनयान मिशन के साथ अपने स्पेस मिशन को आगे बढ़ा रहा है। चंद्रमा मिशन में बड़ी सफलता हासिल करने के बाद भारत सरकार ने अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की बढ़ती ताकत के उपलक्ष्य में 23 अगस्त को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में घोषित किया है, और प्रथम राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 23 अगस्त 2024 को मनाया जा रहा है।  *प्रथम राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 23अगस्त2024 की थीम है। चांद को छूते हुए ज...

कल्याण सिंह कैसे एक प्रखर राष्ट्रवादी नेता थे?और क्यों 1992 मे कल्याण सरकार बर्खास्त हुई?Kalyan Singh

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  प्रखर राष्ट्रवादी नेता कल्याण सिंह का जन्म 6 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक साधारण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री तेजपाल सिंह लोधी और माता का नाम श्रीमती सीता देवी था। शिक्षा पूर्ण करने के बाद कुछ समय कल्याण सिंह ने एक शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दी। कल्याण सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गये थे। बाद में वे राम मंदिर आंदोलन से जुड़ गए,वे राम मंदिर आंदोलन के बड़े नेताओं में से एक थे।कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री बने वे कई बार अतरौली से विधानसभा सदस्य के रूप में रह चुके हैं। पहली बार 1991 में कल्याण से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और दूसरी बार 1997 में मुख्यमंत्री बनी थे।वे उत्तर प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक चेहरों में से एक इसलिए माने जाते हैं क्योंकि उनके पहले कार्यकाल के दौरान बाबरी मस्जिद की घटना घटी थी।  बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 6 दिसंबर 1992 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद वह 1993 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अतरौली और कासगंज दोनों जगहों ...

15अगस्त 2024 को लालकिले से पीएम मोदी के भाषण की क्या थी खास बातें?Independence day 2024 PM Modi'sSpeech

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  Highlights of PM Modi’s Speech,15 August 2024 भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी ने 15अगस्त 2024को लगातार 11वीं बार तिरंगा ध्वज फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया।आइये जानते हैं उनके सम्बोधन की मुख्य बिंदु - महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए दी गई सजा का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए- पीएम मोदी ने भारत 15 अगस्त, 2024 को अपना 78 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय ध्वज फहराया और नई दिल्ली के प्रतिष्ठित लाल किले से राष्ट्र को संबोधित किया।15 अगस्त वह दिन है जब भारत को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त घोषित किया गया था, जिन्होंने भारत पर 200 से अधिक वर्षों तक शासन किया था, यह उन राष्ट्रीय दिवस में से एक है जब भारतीय उन स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया।और अपना जीवन समर्पित कर दिया।इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए दी गई सजा का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए।         Happy Independence Day 2024 PM Modi’s Speech पीएम के भाषण की प्रमुख बातें  पीएम मोदी ने 78वें स्वतं...

क्या है अखंड भारत दिवस की संकल्पना?Akhand Bharat sankalp Diwas

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  अखंड भारत एक ऐसा शब्द है जिसका इस्तेमाल भारत में कई राष्ट्रवादी समूहों, द्वारा एकीकृत भारतीय उपमहाद्वीप की  अवधारणा को ब्यक्त करने के लिए किया जाता है।  इस क्षेत्र से ऐतिहासिक संबंध रखने वाले कई पड़ोसी देशों के वर्तमान क्षेत्र शामिल हैं।इस शब्द का अनुवाद अविभाजित भारत या ग्रेटर इंडिया होता है। अखंड भारत के समर्थकों का मानना है कि इन क्षेत्रों को एक ही राजनीतिक और सांस्कृतिक इकाई के तहत फिर से एकीकृत किया जाना चाहिए।अखंड भारत में कई देश जुड़े थे। अफगानिस्तान, बांग्लादेश,भूटान,भारत, मालदीव, म्यांमार , नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका,ईरान, मलेशिया , थाईलैण्ड, कंबोडिया, इंडोनेशिया,तिब्बत और कहा जाता है कि कुछ भाग चीन का भी था। इतिहासकारों के अनुसार अखंड भारत के पहले शासक के रूप में गुप्त वंश के राजा समुद्र गुप्त को माना जाता है।(गुप्त वंश का शासन काल240/275ई.550ई.) इन्होंने छोटे-छोटे राज्यों पर कब्जा करने के बाद अखंड भारत का निर्माण किया,इनका शासनकाल 550 ई.तक माना गया है।मौर्य वंश के चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने भी अखंड भारत पर राज्य किया था। तथा उनका मौर्य साम्राज्य उत्तर में हिंदू...

क्या है अन्तर्राष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास और विषय 2024? International youth Day2024

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  किसी भी देश के लिए उसकी युवा जनसंख्या एक अमूल्य संपत्ति है।हर देश को विकास की ओर ले जाने वाले लोग उसके युवा ही होते हैं। जो कि विभिन्न संसाधनों के रूप में काम करते हैं। और देश के हर क्षेत्र के लिए जरूरी हैं। इन युवाओं को सम्मान देने के  लिए पूरा विश्व इस दिन को विश्व युवा दिवस के रूप में मनाती हैं।पहला अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस वर्ष 2000 में मनाया गया था। इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र की पहल और स्वयं युवाओं की सक्रिय भागीदारी से जुड़ी हुई है अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस की यह अवधारणा 1991 में आस्ट्रिया के वियना में आयोजित संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के विश्व युवा मंच से उभरी थी।  *अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस 2024 की थीम है। क्लिक्स से प्रगति तक: सतत विकास के लिए युवा डिजिटल रास्ते (From clicks to progress: youth Digital Pathways for sustainable development)* अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व युवा शक्तियों को संगठित करने और सामाजिक उन्नति, आर्थिक उन्नति और सतत विकास में उनके योगदान को पहचानने की क्षमता से जुड़ा हुआ है।यह एक ऐसा दिन है जो 1965 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा उल्लिखित लोगों क...

बांग्लादेशी हिंसा में हिन्दुओं का नरसंहार क्यों? यूएन और विश्व समुदाय मौन क्यों? Why is there massacre of Hindus in Bangladesh why is UN and world comedy silent?

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  बांग्लादेश की हिंसा अपने 1971के इतिहास को दोहरा रहा है।जहां हिन्दूओं,जैनों, बौद्धों, सिक्खों का अब नरसंहार हो रहा है। लेकिन हैरानी में डालती है विश्व समुदाय की खामोशी? भारत को यूएनओ के माध्यम से तुरंत बांग्लादेश की हिंसा रुकवाने के लिए पहल करनी चाहिए। दंगाईयों को हिंदुओं का कत्लेआम रोकने की चेतावनी देनी चाहिए। जरूरत पड़े तो प्रभावी हस्तक्षेप करने से भी नहीं चूकना चाहिए।  बांग्लादेश में दंगाई हिंसा का नंगा नाच कर रहे हैं और पूरा विश्व खामोशी से तमाशा देख रहा है। हस्तक्षेप करना तो दूर शांति की एक अपील तक किसी ने नहीं की? बांग्लादेश की सेना और पुलिस दंगाईयों को संरक्षण दे रही है, वहां की हिंसा 1971 के पाक सेना के अत्याचार और व्यभिचार की याद दिला रही है। तब पूर्वी पाकिस्तान (आज का बांग्लादेश) पाकिस्तान से मुक्ति की लड़ाई लड़ रहा था। उस समय भारत ने अपनी सेना नहीं भेजी होती, तो बांग्लादेश का नाम न होता।  जब पाक सेना गाजर मूली की तरह बंगाल की मांग करने वाले लोगों को काट रही थी। उनकी महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म खुलेआम किए जा गए थे।प्रधानमंत्री के सरकारी आवास  में घुसकर दंग...

क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय हथकरघा दिवस? National Handloom Day2024

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  राष्ट्रीय हथकरघा दिवस भारत मे हर वर्ष 7अगस्त को मनाया जाता है। हथकरघा यानि हाथ से चलाना,बनाना, राष्ट्रीय हथकरघा दिवस की शुरुआत 7अगस्त 2015 से हुई। इस तिथि का चयन बंगाल विभाजन के विरोध में हुए स्वदेशी आन्दोलन की याद में किया गया।जो 7अगस्त 1905 को प्रारंभ हुआ था।इस आंदोलन ने भारतीयों को स्वदेशी वस्त्र और उत्पाद अपनाने के लिए प्रेरित किया था।और ब्रिटिश वस्त्रों का बहिष्कार किया। राष्ट्रीय हथकरघा दिवस में आत्म निर्भर भारत का संकल्प लेकर हथकरघा उद्योग को मजबूत करना।और लोकल फोर भोकल से है।भारत मे कृषि के बाद हथकरघा ही दूसरा रोजगार प्रदाता बडा़ क्षेत्र है। इसमें 35.22लाख कर्मचारी रजिस्टर्ड हैं।यह भारत मे लाखों लोगों को रोजगार उपलब्ध कराता है। भारत मे 2.38 लाख हथकरघे उद्योग हैं।इसमें 70 प्रतिशत के लगभग महिलायें हैं।इसमें 2015 के बाद 184 उत्पाद श्रेणियों हेतु 1590 रजिस्ट्रेशन हुए। इस क्षेत्र मे भारत प्रतिवर्ष लगभग 2000 करोड़ रुपये का निर्यात करता है।हथकरघा दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लघु और मध्यम उद्योगों को बढावा देना है।बुनकर समाज का सम्मान और भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास मे उनके योगदा...

हीरोशिमा और नागाशाकी पर परमाणु बमबारी क्यों हुई?Hiroshima and Nagasaki Atom Bomb

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  मानव इतिहास का सबसे भयंकर द्वितीय विश्व युद्ध 18 सितम्बर 1939 से 2 सितम्बर 1945 तक हुआ था। यह युद्ध लगभग 70 देशों के बीच हुआ था।जिसमे इन 70 देशों की जल,थल और वायु सेना शामिल थी।इस युद्ध मे विभिन्न देशों के लगभग 10 करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया था।यह मानव इतिहास का सबसे घातक युद्ध हुआ इस महायुद्ध मे 6-7करोड़ ब्यक्तियों की जानें गयी।इसमे मित्र राष्ट्रों एवं धुरी राष्ट्रों के बीच युद्ध हुआ। इसमे आम नागरिंकों,का नर संहार हुआ। जिसमे होलोकास्ट भी शामिल था।और केवल इस युद्ध मे ही परमाणु हथियारों का इस्तेमाल हुआ था।यह यूरोप,प्रशांत,अटलांटिक,सागर,दक्षिण पूर्व एशिया,चीन मध्य पूर्व भूमध्य सागर,उत्तरी अफ्रीका,आदि स्थानों मे हुआ।इस युद्ध मे मित्र राष्ट्रों की जीत हुई।इसमे जर्मनी,का पतन,जापानी इतावली साम्राज्यों का पतन,संयुक्त राष्ट्र का निर्माण,और महाशक्तियों के रुप मे अमेरिका और  सोवियत रुस का उत्थान,इसमे जापान और चीन मे युद्ध,जर्मनी का पोलैण्ड पर हमला,फ्रांस का जर्मनी पर युद्ध की घोषणा।और इग्लैण्ड और अन्य राष्ट्रमंडल देशों ने इसका अनुमोदन किया।इसमे जर्मनी महाद्वीपीय यूरोप के बडे़ भाग को ...

अन्तर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस International Friendship Day

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  दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जो किसी के भी बीच बन सकता है।उसकी कोई सीमा नहीं होती है। मानवीय संबंधों का आधार मित्रता ही है। पारस्परिक सम्मान, विश्वास, समर्थन और साझा अनुभव इस संबंध की आधारशिला है।मित्रता भूगोल,धर्म, लिंग, अमीरी- गरीबी या उम्र को नहीं देखती है। मित्रता का जश्न मनाने का विचार सदियों पुराना है।परंतु अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस को मान्यता 30 जुलाई 2011 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आधिकारिक घोषणा के रूप में अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाने के रुप में मनाने को की। कि अगस्त का पहला रविवार फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाया जाएगा। इस बार 4 अगस्त को पहले रविवार को अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2011 में अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस की घोषणा इस विचार के साथ की गई थी। कि लोगो और देशों की संस्कृतियों और व्यक्तियों के बीच मित्रता शांति प्रयासों को प्रेरित करने का निर्माण कर सके।प्रस्ताव में युवाओं को भावी नेतृत्व करने और  सामुदायिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाए, अंतरराष्ट्रीय समाज और विविधता के प्रति सम्मान को बढ़ावा...

क्या कारण हैं बादल फटने और बाढ़ के ? Cloud burst and flood

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  बादल (cloudburst)फटने की ज्यादातर घटनाएं भारत के उत्तर पूर्व,ऊपरी और मध्य हिमालय के पहाड़ी इलाकों में जून,जुलाई से लेकर अगस्त के प्रथम पखवाड़े तक काफी आम है।यह तब होता है जब दक्षिण पश्चिम मानसून हवायें अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से चलती हैं।और मैदानों को बायपास करते हुए भारत के पहाड़ी उत्तरी भाग की ओर बढ़ती है।शुरू में अत्यधिक गर्म हवाओं के ऊपर की ओर बढ़ने और नमी से भरे बादल कोई वर्षा नहीं कर पाते,और इन गर्म हवा के प्रवाह के कारण वर्षा की बूंदें आकार में बड़ी हो जाती हैं।नीचे गिरने की बजाय ऊपर की और बढ़ती रहती हैं।इसके अलावा कम तापमान और हवा की धीमी गति के साथ उच्च सापेक्ष आर्द्रता के कारण तेजी से बादलों का संघनन होता है।और यह भी एक कारण है कि  पहाड़ी इलाकों में बादलों का सरकना धीमा पड़ जाता है।जिस कारण अचानक  किसी स्थान पर भारी वर्षा होती है।यह वर्षा का एक चरम रूप होता है।और इस घटना में जोर-जोर से बादल भी गरजते हैं।यह कुछ मिनटों के लिए मूसलाधार वर्षा होती है और उस क्षेत्र मे बाढ़,और तबाही जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है दक्षिण पश्चिम मानसून के मौसम में बादल फटने की घटना...

क्यों भारतीय हिमालयी क्षेत्र में औषधीय पौधे संकटग्रस्त हुए?Endangered medical plants in the Himalayan region

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  आज ही नहीं बल्कि विश्व भर की विभिन्न चिकित्सा प्रणालियों में सदियों से विभिन्न रोगों के इलाज के लिए विभिन्न प्रकार के औषधीय पादपों का उपयोग किया जाता रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि दुनिया की 80 प्रतिशत आबादी अभी भी अपनी प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं के लिए औषधीय पादपों का उपयोग करती है। प्राचीन भारतीय ग्रंथों एवं वेदों जैसे-अथर्ववेद, रामायण, महाभारत, चरक संहिता, सुश्रुत संहिता आदि मे औषधीय पादपों की उपयोगिता का वर्णन मिलता है। भारतीय हिमालय क्षेत्र एक समृद्ध जैव विविधता वाला क्षेत्र है जिसमें लगभग 8000 जाति के आवृत्तबीजी पौधों की प्रजातियां पायी जाती हैं। जिनमे (40 प्रतिशत स्थानिक) 44 जाति के जिम्नोस्पर्म (16 प्रतिशत  स्थानिक) 600 जाति के टेरिडोफाइटस (25 प्रतिशत स्थानिक) 1737 जाति के ब्रायोफाइट्स फाइट्स (33 प्रतिशत स्थानिक) 1159 जाति के लाइकेन (11प्रतिशत स्थानिक) और 6900 जाति के कवक (27 प्रतिशत स्थानिक) की प्रजातियां पाई जाती है।इसके साथ ही इस क्षेत्र में 1748 प्रकार के औषधीय पादप पाए जाते हैं। इनमें से हिमालयी क्षेत्र में लगभग 436 पादप प्रजातियां संकटग...