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Showing posts from December, 2023

1जनवरी को भारतीय संस्कृति मे नववर्ष क्यों नहीं मनाते?

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  1जनवरी को ईसाई नववर्ष की शुरुआत होती है।क्योंकि विश्व मे ईसाई राष्ट्र बहुसंख्यक हैं।और उन्होने विश्व के अनेक राष्ट्रों पर राज किया है।इसलिए उनकी संस्कृति का प्रभाव पूरी दुनिया मे है।लेकिन विश्व मे बहुत से देश ऐसे हैं जो अपनी संस्कृति के अनुरूप नया साल मनाते हैं।उनमे से भारत भी है।भारतीय संस्कृति विश्व मे सबसे प्राचीन संस्कृति है।भारतीय संस्कृति के अनुसार नये वर्ष की शुरूआत चैत्र मास के शुक्ल प्रतिपदा से होती है।यह पृथ्वी के निर्माण का दिन है।भारतीय संस्कृति शाश्वत है।और यहाँ हर वस्तु ईश्वर के विभिन्न रुपों से सम्बधित है। भारतीय जीवन पद्धति प्रकृति अनुरुप और वैज्ञानिक आधारित है। * न ऋतु बदली.. न मौसम * न कक्षा बदली... न सत्र * न फसल बदली...न खेती * न पेड़ पौधों की रंगत * न सूर्य चाँद सितारों की दिशा *ना ही नक्षत्र* फिर कैसा नया साल नया केवल एक दिन ही नही होता..  कुछ दिन तो नई अनुभूति होनी ही चाहिए। आखिर हमारा देश त्योहारों का देश है। ईस्वी  साल वर्ष सत्र संवत का नया साल 1 जनवरी को और *भारतीय नववर्ष* (विक्रमी संवत) चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को मनाया जाता है। आईये देखते हैं दोनो...

बीर बाल दिवस क्या है? Veer bal diwas

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  भारत बीरों की भूमि है।भारत मे 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है।इसकी घोषणा 22जनवरी 2022 को भारत के प्रधानमन्त्री ने की। वीर बाल दिवस सिखों के इतिहास का सुनहरा पन्ना है। सिक्खों के दसवें गुरु गोविन्दसिंह ने 1699 मे मुगलों के अत्याचार से बचने के लिए खालसा सेना का गठन किया था। 22 दिसम्बर1666 को सिक्खों के दसवें गुरु गोविन्दसिंह का जन्म पटना बिहार मे हुआ था। उनके चार साहिबजादों की शहादत, धर्म के लिए बलिदान का ऐसा  सिख और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए कुर्बानी देने वाले चार साहिबजादों की याद में 21 से 27 दिसंबर का सप्ताह बलिदानी सप्ताह के तौर पर मनाया जाता है। साहिबजादा अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह ने अपनी शहादत दे दी, लेकिन धर्म पर आंच नहीं आने दी। सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोराबर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी जी की मानवता की रक्षा के लिए दी थी। दशम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों साहिबजादों की शहादत इतिहास का ऐसा सुनहरा पन्ना है, जिसका उदाहरण बिरला ही मिलता है। धर्म की रक्षा के लिए गुरु गोबिंद सिंह जी...

25 दिसम्बर तुलसी पूजन दिवस का इतिहास क्या है?Tulsi diwas

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  तुलसी श्रीर्महालमीर्विद्याविद्या यशसाविनी।धम्यर्या धर्मानना देवीदेवमनः प्रिया।।लभते सुतरां भक्तिमन्तेविष्णुप लभेत। भारतीय संस्कृति मे तुलसी माता की पूजा अनादि काल से होती आ रही है।  तुलसी पूर्व जन्म मे एक लड़की थी जिसका नाम वृंदा था राक्षस कुल में जन्मी यह बच्ची बचपन से ही भगवान विष्णु की भक्त थी। जब वह बड़ी हुई तो उसका विवाह राक्षस कुल में ही दानव राज जालंधर से हुआ। जालंधर समुद्र से उत्पन्न हुआ था। वृंदा एक पतिव्रता स्त्री थी। सदा अपने पति की सेवा किया करती थी। एक बार देवताओं और दैत्यों में युद्ध छिड़ गया। जब जालंधर युद्ध पर जाने लगे तो वृंदा ने कहा स्वामी आप युद्ध पर जा रहे हैं तो आप जब तक युद्ध में रहेंगे मैं पूजा में बैठकर आपकी जीत के लिए अनुष्ठान करूंगी जब तक आप नहीं लौट आते मैं अपना संकल्प नहीं छोडूंगी। जालंधर तो युद्ध में चला गया और वृंदा व्रत का संकल्प लेकर पूजा में बैठ गई। उसके व्रत के प्रभाव से देवता भी जालंधर को हार ना सके सारे देवता जब हारने लगे तो विष्णु जी के पास पहुंचे और सभी ने भगवान से प्रार्थना की।भगवान बोले वृंदा मेरी परम भक्त है। मैं उसे छल नहीं कर सकता इ...

क्या है गोवा मुक्ति दिवस का इतिहास है? What's the History of Goa Liberation Day?

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  गोवा का इतिहास- गोवा का इतिहास पुराना रहा है।ईसा पूर्व तीसरी सदी मे यहां पर मौर्य वंश के शासन की स्थापना हुई थी। पहली सदी के शुरुआत मे यहांपर कोल्हापुर के सातवाहन वंश के शासकों का अधिकार स्थापित हुआ था।फिर बादामी के चालुक्य शासकों का शासन हुआ।उन्होंने 580 से 750ई तक राज किया।फिर अनेकानेक शासकों ने गोवा पर राज किया।1352 मे गोवा पर दिल्ली सल्तनत ने कब्जा करने का प्रयास किया जिसे विजयनगर के शासक हरिहर प्रथम ने खदेड़ दिया।अगले 100 सालों तक विजय नगर के शासकों ने गोवा पर राज किया।1469 मे गुलबर्ग के बहामी सुल्तान द्वारा फिर से गोवा फर कब्जा किया।फिर बहामी शासकों के पतन के बादबीजापुर के आदिल शाह का गैवा पर कब्जा हुआ।जिसकी राजधानी गोअ-वेल्हा थी। वास्कोडिगामा जो एक पुर्तगाली नाविक था।भारत मे गोवा के तट पर 1498मे पहुँचा था।और 12 वर्षों के अन्दर ही गोवा पर अपना कब्जा जमा लिया।1510 से शुरु हुआ पुर्तगाली शासन जिसमे स्थानीय सहयोगी तिमैया की की मदद से पुर्तगालियों ने गोवा पर कब्जा किया।और फिर पुर्तगाली शासन 19 दिसम्बर 1961 मे समाप्त हुआ।अर्थात पुर्तगालियों ने 451 सालों तक गोवा पर शासन किया।1843 ...

अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस क्या है?International Migrants day

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  हर वर्ष 18 से दिसंबर को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस दुनिया भर में प्रवासियों के योगदान और चुनौतियों को मान्यता देता है। यह प्रवासन और वैश्विक विकास के बीच अंतर्संबंध और सभी व्यक्तियों के अधिकारों को बनाए रखने के महत्व की एक महत्वपूर्ण अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है। चाहे उनकी प्रवासी स्थिति कुछ भी हो।  अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन- मानव प्रवासन मानव इतिहास का एक मूलभूत पहलू रहा है,जो आर्थिक अवसरों, पारिवारिक पुनर्मिलन, शिक्षा, स्वास्थ्य,और संघर्ष, उत्पीडन या पर्यावरणीय चुनौतियों से बचने की आवश्यकता जैसे विभिन्न कारकों से प्रेरित है। जुलाई 2020 तक अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों की संख्या अनुमानित 281 मिलियन तक पहुंच गई थी। जो विश्व की आबादी का लगभग 3.5% है इससे पहले 1980 में यह आंकड़ा 2.3% था। 18 दिसंबर 1990 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सभी प्रवासी मजदूरों के अधिकारों और उनके परिवारों के सदस्यों के संरक्षण पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को अपनाया।4 दिसंबर 2000 को संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया में प्रवासियों की बढ़ती संख्या को मान्यता दी और फिर 18 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय प्रवास...

16 दिसम्बर को ही विजय दिवस क्यों मनाया जाता है?Vijay Diwas2024

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  16 दिसम्बर को भारत विजय दिवस के रूप मे मनाता है। 16 दिसंबर 1971 को भारत ने पाकिस्तान के विरुद्ध ऐतिहासिक विजय प्राप्त की थी। इस दिन भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम किया जाता है।पाकिस्तान के पूर्वी और पश्चिम क्षेत्र में उथल-पुथल मचा हुआ था। पाकिस्तान में पाकिस्तानी सेना और पश्चिमी क्षेत्र की जनता पूर्वी पाकिस्तानी जनता पर कहर ढा रहे थे। 1970 में पाकिस्तान में आम चुनाव का आयोजन हुआ था। और इस चुनाव में पूर्वी पाकिस्तान के नेता शेख मुजीबुर्र रहमान की पार्टी आवामी लीग को  313 में से 167 सीटों पर विजय प्राप्त हुई। इस बहुमत से आवामी लीग की सरकार बनना तय था। परंतु पश्चिमी पाकिस्तान और सेना ने इस चुनाव के परिणाम को मानने से इनकार कर दिया।और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति खान ने शेख मुजिबुर्र रहमान को जेल में डाल दिया इसके साथ ही पूर्वी पाकिस्तान के लोगों पर पाकिस्तान की सेना ने अत्याचार करना शुरू कर दिया था। और इन अत्याचारों के खिलाफ पूर्वी क्षेत्र के लोगों ने एक मुक्ति वाहनी सेना बनायी जो पूर्वी क्षेत्र की जनता पर हो रहे हमलों के खिलाफ लड़ रही थी। मुक्त वाहिनी को भारतीय सेना ने प्र...

परमवीर चक्र निर्मलजीत सिंह सेखो ने पाकिस्तान के 1971 मे कैसे तीन जेट गिराये?Nirmaljeet singh shekho paramveer chakra

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  भारत वीरों का  देश है।यहाँ अनेक वीरों ने जन्म लिया और आजादी से लेकर कई युद्धों तक अनगिनत वीर जवान देश के लिए शहीद हुए हैं।इनमे से एक थे। परमवीर चक्र फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों, सेखो  ने 1971 में पाकिस्तान के विरुद्ध लड़ते हुए वीरगति पाई.सेखो का जन्म 17 जुलाई 1943 को पंजाब के लुधियाना मे हुआ था।उनके पिता तारलोचनसिंह भी ऐअरफोर्स मे थे।24 साल की उम्र मे वे भारतीय वायुसेना मे 1967 को पायलट बने।4 साल बाद वे फ्लाईंग अफसर बन गये।1971 मे उनकी शादी मंजीत कौर नाम की लड़की से हुई। शादी के कुछ दिन बाद पत्नी के हाथो की मेंहदी भी न छूटी थी। कि 3 दिसम्बर1971 को बार्डर से खबर मिली कि भारत पाकिस्तान का युद्ध छिड़ गया है।बस सेखो देश की सुरक्षा का वादा पूरा करने के लिए निकल पडे़। इस युद्ध में भारत विजयी हुआ और पाकिस्तान से टूटकर उसका पूर्वी हिस्सा, बांग्लादेश के नाम से स्वतंत्र राष्ट्र बन गया. उस समय निर्मलजीत सिंह श्रीनगर वायुसेना के हवाई अड्डे पर तैनात थे और नेट हवाई जहाजो पर अपने करिश्मे के लिए निर्मलजीत सिंह उस्ताद माने जाते थे. 14 दिसम्बर 1971 को श्रीनगर एयरफील्ड पर पाकिस्तान ...

ऊर्जा संरक्षण क्यों जरुरीहै?National Energy Conservation day

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  राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस हर साल 14 दिसम्बर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य मानव जाति के भविष्य के सामने आने वाले महत्वपूर्ण सम्बधी पहलू जैसे ऊर्जा उत्पादन मे कमी,खपत की बढती मांग। ऊर्जा किसी भी राष्ट्र के विकास की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण पहलू है।यह उद्योगों,कृषि उपकरणों के उत्पादन,प्रकाश ब्यवस्था, खाना पकाने, कमरे गर्म करने कम्प्यूटर,परिवहन,संचार,अत्याधुनिक चिकित्सा,उपकरण ,और अन्य कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है। इस दिवस का आयोजन ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE)के द्वारा किया जाता है।इस दिवस का आयोजन ऊर्जा दक्षता और संरक्षण मे भारत की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है।ऊर्जा संरक्षण दिवस का उद्देश्य  जलवायु परिवर्तन जैसे विषय के बारे मे लोगों मे जागरुकता विकसित करना है।इस दिवस पर ऊर्जा दक्षता और संरक्षण के क्षेत्र मे देश की उफलब्धियों पर प्रकाश डालने के साथ-साथ ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को कम करने के लिए ऊर्जा संसाधनों के संरक्षण को बढावा देने का भी प्रयास किया जाता है। गैर अक्षय ऊर्जा स्रोंतों का ईंधन उपयोग मे 80 प्रतिशत है।और अनुमान है कि ये अगले 40 वर्षों ...

प्रभु राम की अयोध्या मे प्राण प्रतिष्ठा दिवस 22 जनवरी2024 हेतु अक्षत और आमन्त्रण पत्रक

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  श्री राम जन्म भूमि मंदिर प्राण प्रतिष्ठा दिवस अर्थात 22 जनवरी 2024 पर देश भर के 5 लाख से अधिक मन्दिरों मे होने वाले कार्यक्रम के लिए आमन्त्रण हेतु पूजित अक्षत(चावल)5 नवम्बर को देश भर के 45 प्रान्तों से अयोध्या धाम पधारे कार्यकर्ताओं को समर्पित किये गये हैं।आमन्त्रण पत्र अक्षत(चावल) के  साथ देश भर मे भेजा जा रहा है।यह चावल 5 नवम्बर को अयोध्या मे भगवान राम के दरबार मे अक्षत रंगकर पीतल के कलश मे रखकर पूजे गये है।फिर चावल को अवध की परम्परा के अनुसार अक्षत(साबुत चावल,हल्दी और कुमकुम मे)रंगकर शुभ कार्य की सूचना और निमन्त्रण पत्र दिया जाता है। विश्व हिन्दू परिषद के माध्यम से 45 प्रान्तों को वितरित किये गये है।इसके साथ ही करोडो़ पर्चे छपवायें हैं।जो अक्षत चावलों के साथ देश भर मे 14-22 जनवरी को अयोध्या मे हो रहे श्री राम लला मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा पूजन कार्यक्रम और 22 जनवरी 2024 को श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा दिवस हेतु आमन्त्रण पत्र के साथ पहुँचाया जा रहा है। वहीं देशभर के मंदिरों मे आनन्द उत्सव मनाने की सूचना दी जा रही है। इन अक्षत चावलों को  पहले जिलों मे अपने मंदिरों मे पूजा ...

विश्व सार्वभौमिक हेल्थ कवरेज दिवस क्यो?inter national universal Health Coverage Day

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  12 दिसंबर को प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक हेल्थ कवरेज दिवस मनाया जाता है। यह दिवस 2012 से मनाया जा रहा है।सार्वभौमिक हेल्थ कवरेज से तात्पर्य है। हर व्यक्ति के लिए वित्तीय कठिनाई का सामना किये बगैर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बनाना। इस दिवस को अंतरराष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस के रूप मे मनाने का उद्देश्य है कि सारे विश्व में कहीं भी हर व्यक्ति को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए सभी देशों मे मजबूत और लचीली स्वास्थ्य प्रणालियों को स्थापित करना।और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की आवश्यकता के बारे मे जागरुकता को बढाना है।यहिं यह उल्लेख करना जरूरी है कि सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य देश 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों के हिस्से के रूप मे सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को प्राप्त करने की कोशिश करने हेतु सहमत हुए हैं।  विश्व में स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े तथ्य-  दुनिया की कम से कम आधी आबादी के पास अभी भी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की पूरी कवरेज नहीं है, लगभग 100 मिलियन लोगों को अभी भी अत्यधिक गरीबी के दुष्चक्र मे धकेला जा रहा है। स्वास्थ्य ...

विश्व मानवाधिकार दिवस क्या है?International Human Rights Day

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  विश्व मानवाधिकार दिवस हर साल 10 दिसम्बर को मनाया जाता है।1948 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव 423(वी)पारित करके मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा की थी।और 10 दिसम्बर 1950 को विश्व मानवाधिकार दिवस के रूप मे शामिल करने का आग्रह किया गया था। फिर दिसम्बर 1993 से इसे मानवधिकार दिवस के रुप मे हर साल मनाने की घोषणा हुई। मानव आधिकार क्या हैं---- किसी भी मनुष्य को स्वतन्त्रता और सम्मान पूर्वक जीवन जीने का अधिकार है। दुनियाभर मे  अलग-अलग नस्ल,रंग,लिंग,भाषा,धर्म राजनीति या अन्य विचार के आधार पर भेद-भाव न हो।अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून ऐसे दायित्व निर्धारित करता है जिनका सम्मान करने के लिए राज्य बाध्य हो मानव अधिकारों के प्रकारों की कोई निश्चित संख्या नहीं है।इसमे समय के साथ बदलाव होता रहता है।इनमे प्राकृतिक अधिकार,नैतिक अधिकार,कानूनी अधिकार,नागरिक अधिकार,मौलिक अधिकार,सांस्कृतिक,सामाजिक,और आर्थिक अधिकार  जीवन और स्वतन्त्रता का अधिकार,गुलामी और यातना से मुक्ति ,राय और अभिब्यक्ति की स्वतन्त्रता,काम और शिक्षा का आधिकार, संगठित होने का अधिकार,आदि अधिकार शामिल हैं। मानवाधिकार ...

अन्तर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवसInternational Anti Corruption Day

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  दुनियाभर मे 9 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवस मनाया जाता है।इस दिवस का उद्देश्य भ्रष्टाचार के खिलाफ विश्वभर मे लोगों मे जागरुकता फैलाना है।इस दिवस पर अंतर्राष्ट्रीय,राष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक,सरकारी,प्राइवेट,गैरसरकारी संस्थायें,आम  नागरिक भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुटता से लडा़ई लड़ने का संकल्प लेते हैं। 31 अक्टूबर 2003 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित कर अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस मनाने की घोषणा की थी। भ्रष्टाचार के खिलाफ संपूर्ण विश्व और राष्ट्र का इस जंग में शामिल होना एक घटना कहीं जा सकती है। क्योंकि भ्रष्टाचार आज किसी एक देश की नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व की समस्या है। भ्रष्टाचार विश्व में दिनों दिन बढ़ता जा रहा है, और उसके विरुद्ध विश्वभर मे जन समर्थन तैयार  किया जाना बहुत जरूरी है। सभी राजनीतिक एवं गैरराजनीतिक शक्तियों का इस मुहिम मे सहयोग देना चाहिए।  भ्रष्टाचार क्या है? सार्वजनिक जीवन में स्वीकृत मूल्य के विरुद्ध आचरण को भ्रष्ट आचरण समझा जाता है। आम जन जीवन में इसे आर्थिक अपराधों से जोड़ा जाता है, भ्रष्टाचार में मुख्य हैं। घ...

भारतीय सशस्त्र सेना झण्डा दिवस ARMED FORCES FLAG DAY

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  सशस्त्र सेना झण्डा दिवस यह हर साल 7 दिसम्बर को मनाया जाता है।जिसका उद्देश्य है।भारतीय सशस्त्र सेना के जवानों के प्रति आभार प्रकट करना। देश सेवा के लिए जान न्यौछावर करने वाले वीर शहीदों का सम्मान का दिन होता है। इस दिन देश के लिए शहीद होने वाले सैनिकों का सम्मान किया जाता है।जिन्होने देश के दुश्मनों से लड़ते हुए अपना सब कुछ देश के नाम कर दिया। और यह दिन सेना के लिए धन एकत्र करने के लिए समर्पित है। जिसकी जरुरत आजादी के बाद ही भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों और सेना के कल्याण हेतु लगने लगी। यह दिवस 1949 से हर साल 7 दिसम्बर को मनाया जाता है।सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर धन संग्रह के तीन मुख्य उद्देश्य हैं। 1- युद्ध के समय हुई जनहानि मे सहयोग, 2-सेना मे कार्यरत कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण और सहयोग हेतु 3-सेवा निवृत्त कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण हेतु धन संग्रह हेतु सशस्त्र सेना के प्रतीक चिह्न झण्डे को बांटकर किया जाता है।इस झण्डे मे तीन रंग (लाल ,गहरा नीला,और हल्का नीला)तीनों सेनाओं को प्रदर्शित करता है। यदि आप भी अपना योगदान देना चाहते हैं। तो आप केन्द्रीय सैनिक बोर्ड की बेब...

क्या है ? भारतीय नौ सेना दिवस 2024 की थीम और इतिहास? What is the theme and History of Indian Navy Day 2024 ?

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  सैम नो वरुणः हमारे लिए शुभ हो हे वरुण।भारतीय नौसेना दिवस हर वर्ष 4 दिसम्बर को मनाया जाता है।हर वर्ष  इसकी अलग थीम होती है।इस वर्ष 2024 में नवाचार और स्वदेशीकरण       के माध्यम से शक्ति और सामर्थ्य है।भारतीय नौसेना दिवस राष्ट्रीय गौरव का दिवस है।यह दिन भारतीय नौसैनिकों के बलिदान और देश की सेवा के लिए उनके समर्पण हेतु श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिवस है।इस दिनपरेड,ध्वजारोहण समारोह,और सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित भब्य आयोजन किये जाते हैं।यह दिवस भारतीय नौसेना विरासत का सम्मान करने का दिवस है।भारतीय नौसेना का गठन बहुत पुराने समय मे हो गया था।मराठा साम्राज्य और क्षत्रपति शिवाजी के समय मे भारतीय नौसेना का संचालन हुआ करता था। लेकिन 4 दिसम्बर 1971मे भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारतीय नौ सेना ने पाकिस्तान के कराँची शहर पर जबरदस्त हमला किया। एम्यूनिशन सप्लाई शिप समेत कई जहाज नेस्तनाबूद कर दिये थे।इस दौरान पाकिस्तान का आँयल टैंकर भी तबाह हो गये थे।जिसने युद्ध का रुख पलट दिया।जिसे आपरेशन ट्राइटेंड नाम दिया गया।भारतीय नौसेना की उपलब्धि और उपलब्धियों को मान्यता देने के ल...

विश्व दास प्रथा उन्मूलन दिवस

 मानव समाज में जीतने भी संस्थाओं का गठन हुआ है।उनमें सबसे भयावह दासता की प्रथा रही है। मनुष्य के हाथों मनुष्य का ही बडे़ पैमाने  पर उत्पीड़न इस प्रथा के अंतर्गत हुआ है। दास प्रथा एक बुरी प्रथा थी जिसमें लोगों को उनकी मर्जी के खिलाफ काम करने को बाध्य किया जाता था।सामान की तरह बेचा और खरीदा जाता था। दास प्रथा का इतिहास का अतिप्राचीन काल से ही विश्व की विभिन्न सभ्यताओं में रहा है। इस प्रथा से भारत भी अछूता नहीं रहा है।भारत मे करीब छह करोड़ लोगों को बंधक बनाकर दूसरे देशों मे गुलाम के तौर पर बेच दिया गया। भारत मे मुस्लिमों के शासनकाल मे दास प्रथा मे बहुत बृद्धि हुई।यह भारत मे ब्रिटिश शासन स्थापित होने के बाद भी चलती रही। दास से मूलतः अभिप्राय  यह है कि दास किसी दूसरी व्यक्ति द्वारा अधिकृत और पूर्ण तरह या अधिकांशतः अधिकारों एवं स्वतंत्रता से रहित व्यक्ति होता है।  वह मालिक  की निजी सम्पति होता है। जो अपने स्वामी की इच्छा पर आश्रित रहता है।और स्वामी उसे किसी भी प्रकार के कार्य के लिए मजबूर कर सकता है। और तो और उसे उसके जीवन से भी वंचित कर सकता है।एशिया यूरोप अफ्रीका अम...

नागालैण्ड का इतिहास और स्थापना कब?Nagaland

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  नागालैंड भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित एक खूबसूरत भारतीय राज्य है। नागा (बर्मी) भारत की एक प्रमुख जनजाति है।जो नागालैण्ड मे बहुसंख्यक रुप मे हैं।नागालैण्ड  1 दिसम्बर 1963 को भारत का 16वाँ राज्य बना। इसकी राजधानी कोहिमा है। असम घाटी के किनारे बसे कुछ क्षेत्रों को छोड़कर राज्य का अधिकतर हिस्सा पहाड़ी है राज्य के कुल क्षेत्रफल का केवल 9% हिस्सा समतल जमीन पर है। नागालैंड में सबसे ऊंची चोटी माउंट सरामती है जिसकी समुद्र तल से ऊंचाई 3840 मीटर है, नागालैण्ड का क्षेत्रफल 16,579 वर्ग किमी है।और 2011 की जनगणना के अनुसार जनसंख्या 19,80,602 है। नागालैंड का इतिहास और  संस्कृति विश्व भर में विख्यात है,नागालैंड का प्राकृतिक सौंदर्य भोजन,पहनावा और इसकी संस्कृति विश्व को अपनी ओर आकर्षित करती है। लोकगीत और नृत्य पारंपरिक लोक संस्कृति  मौखिक परंपरा को लोक कथाओं और गीतों के माध्यम से जीवित रखा गया है। लोक गीत रोमांटिक और ऐतिहासिक दोनों हैं। पूर्वजों और घटनाओं की पूरी कहानियां इन नृत्यों मे बताई गई  हैं।यह राज्‍य के पूर्व में म्यांमार, पश्चिम में असम, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश,और दक...

विश्व एडस दिवस 2024 की थीम क्या है? What is the theme of world AIDS day2024?

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  विश्व एड्स दिवस 2024- थीम,  विश्व एड्स दिवस 2024- इस वर्ष का थीम है "सही रास्ता अपनाएं" विश्व एड्स दिवस, जो हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है, एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाने, इस बीमारी से अपनी जान गंवाने वालों को याद करने और एचआईवी से पीड़ित लोगों की सहायता करने के लिए समर्पित एक वैश्विक कार्यक्रम है। यह एचआईवी/एड्स से जुड़े रोग को खत्म करने और दुनिया भर में रोकथाम, उपचार और देखभाल सेवाओं तक पहुंच को सामाजिक जागरूकता करने के लिए चल रहे प्रयासों पर जोर देने का भी दिन है।  विश्व एड्स दिवस 2024 का विषय है “सही मार्ग अपनाएं”, जो एचआईवी/एड्स महामारी के खिलाफ लड़ाई में मानव अधिकारों की रक्षा और संवर्धन की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है। विश्व एड्स दिवस का महत्व 1. जागरूकता बढ़ाना इसका उद्देश्य लोगों को एचआईवी संक्रमण के तरीकों, रोकथाम के तरीकों और उपलब्ध उपचारों के बारे में शिक्षित करना है। यह इस बात पर जोर देता है कि उचित चिकित्सा हस्तक्षेप और जीवनशैली में बदलाव के साथ एचआईवी अब मौत की सजा नहीं रह गई है। 2. वैश्विक एकजुटता महामारी से निपटने में सहयोगात्मक रूप स...