साइबर सुरक्षा क्या और कैसे करें?CYBER SAFETY
साइबर सुरक्षा का तात्पर्य आनलाइन स्पेस की सुरक्षा से है। साइबर हमलोंं के जोखिम को कम करना और सिस्टम नेटवर्क,और प्रौद्यौगिकियों के अनाधिकृत शोषण से रक्षा करना है।साइबर सुरक्षा सिस्टम,नेटवर्क, प्रोग्राम डिवाइस, और डेटा को साइबर हमलों से बचाने के लिए प्रौद्योगिकियों के अनाधिकृत शोषण से रक्षा करना है। या ये कह सकते हैं साइबर सुरक्षा कम्यूटर सर्वर मोबाइल डिवाइस,इलेक्ट्रानिक सिस्टम नेटवर्क और डेटा को दुर्भाग्यपूर्ण हमलों से बचाने का अभ्यास है।
साइबर खतरों के प्रकार
1-साइबर अपराध में वित्तीय लाभ के लिए या ब्यवधान उत्पन्न करने के लिए सिस्टम को लक्षित करने वाले एकल व्यक्ति या समूह शामिल होते हैं।
2-साइबर हमले मे अक्सर राजनीति से प्रेरित जानकारी एकत्र करना शामिल होता है।
3-साइबरआतंकवाद का उद्देश्य दहशत या भय पैदा करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को कमजोर करना है। साइबर अपराधी कंप्यूटर सिस्टम पर नियन्त्रण कैसे हासिल करते है?
मेलवेयर यह सबसे आम साइबर खतरों मे से एक है।मेलवेयर वह साफ्टवेयर है जिसे किसी साइबर अपराधी या हैकर ने किसी वैध उपयोग कर्ता के कम्यूटर को बाधित करने या क्षतिग्रस्त करने के लिए बनाया होता है।अनचाहे ईमेल,अटैचमैंट या वैद्य दिखने वाले डाउनलोड के माध्यम से फैलाते हैं और पैंसा कमाने और राजनिति से प्रेरित हमलों मे किया जाता है।मेलवेयर कई प्रकार के होते हैं।
वायरस -एक स्व-प्रतिकृति प्रोग्राम जो स्वयं को साफ फाइल से जोड़ता है और पूरे कम्यूटर सिस्टम मे फैल जाता है।और फाइलों को दुर्भाग्यपूर्ण कोड से संक्रमित करता है।
ट्रोजन-यह एकमेलवेयर होता है। जो वैद्य साफ्टवेयर के रूप मे छिपा होता है।और साइबर अपराधी उपयोगकर्ता को अपने कम्यूटर पर ट्रोजन अपलोड करने को बरगलाते हैं।जहां वे डेटा एकत्र करते हैं और नुकसान पहुँचाते हैं।
स्पाइवेयर एक प्रोग्राम जो उपयोगकर्ता द्वारा किये गये कार्यों को गुप्त रूप से रिकार्ड करता है।
रैनसमवेयर - मेलवेयर जो उपयोगकर्ता की फाइलों और डेटा को लाक कर देता है और फिरौती न देने पर मिटाने की धमकी देते हैं।
एडवेयर-विज्ञापन साफ्टवेयर जिसका उपयोग मेलवेयर फैलाने के लिए किया जा सकता है।
बोटनेट-मेलवेयर से संक्रमित कंप्यूटरों के नेटवर्क जिनका उपयोग साइबर अपराधी उपयोगकर्ता की अनुमति के बिना आनलाइन कार्य करने के लिए करते हैं।
फिशिंग -फिशिंग तब होती है जब साइबर अपराधी पीडितों को ऐसे ईमेल से निशाना बनाते हैं जो किसी वैद्य कम्पनी से आते प्रतीत होते हैं।और संवेदनशील जानकारी सौंपने के लिए धोखा देने के लिए किया जाता है।
बीच -बीच मे हमला-मैन इन द मिडिल जहाँ एक साइबर अपराधी डेटा चुराने के लिए दो ब्यक्तियों के बीच संचार को बाधित करता है।
साइबर खतरों से सुरक्षा
1-अपने साफ्टवेयर और आँपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करें।
2-एंटी वाइरस साफ्टवेयर का उपयोग करें।
3-मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
4-अज्ञात प्रेषकों या अपरिचित बेबसाइटों से ईमेल से आये लिंक पर क्लिक न करें।
5-सार्वजनिक स्थानों पर असुरक्षित वाईफाई नेटवर्क का उपयोग करने से बचें