विश्व आघात दिवस क्या है?World Trauma Day

 


विश्व ट्रामा दिवस की शुरुआत 2011 में नई दिल्ली से हुई थी। इसके 1 साल बाद ट्रामा सोसाइटी ऑफ साउथ अफ्रीका भी इसमे शामिल हो गया। यह दिन भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों में हर साल 17 अक्टूबर को मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी चोट को विश्व स्तर पर विकलांगता और मृत्यु का एक प्रमुख कारण मानता है।आघात का तात्पर्य शरीर पर लगने वाली चोट से है।चोट लगने के कारण सड़क दुर्घटना, गिरना,जलना,औद्योगिक विस्फोट,किसी भी कारण से दर्दनाक छोटे अस्थाई या स्थाई विकलांगता का कारण बन सकती हैं। यह विशेष रूप से युवा कामकाजी आबादी को प्रभावित करता है। इससे किसी भी देश की राष्ट्रीय उत्पादकता कम हो जाती है। हर साल दुनिया मे सड़क दुर्घटनाएं भारत और विश्व स्तर पर आघात का प्रमुख कारण है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार आघात के कारण होने वाले अधिकांश मौतें सड़क यातायात दुर्घटनाओं में होती है। सड़क दुर्घटनाओं में हर साल लगभग 15 लाख लोगों की जान चली जाती है। पैदल यात्री, साइकिल चालक, और मोटरसाइकिल चालक, जैसे कमजोर सड़क उपयोग कर्ता अक्सर सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। 


* सड़क दुर्घटनाओं के कारण-

चालक लापरवाही से गाड़ी चलाता है। या तेज गति से गाड़ी चलाता है नियमों का उल्लंघन करता है संकेतों को समझने में विफल है,नशे में गाड़ी चलाता है।

 * पैदल यात्री - सड़क पार करते समय लापरवाही और यातायात संकेतों की अनदेखी करते हैं।

* वाहन- ब्रेक फेल होना और टायर फटने अनुचित हैडलाइट्स वाहन पर ओवरलोडिंग जैसी यांत्रिक समस्यायें उपरोक्त कारणों के अलावा खराब सड़क की स्थिति और मौसम की स्थिति जैसे  बर्फबारी ओलावृष्टि और भारी बारिश भी सड़क दुर्घटना में योगदान दे सकती है।


 दुर्घटनाओं से कैसे बचे-


 * सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें। दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहने। कार चलते समय सीट बेल्ट लगायें।वाहन चलाते समय चेतावनी संकेत और यातायात संकेतों को नजर अंदाज न करें।सड़क पर चलते समय मोबाइल फोन का उपयोग करने और तेज संगीत सुनने से बचें। चिकित्सा सुरक्षा किट अपने वाहन में रखें। जब आप थके हुए हो नींद में हो या नशे में हो तो गाड़ी चलाने से बचें। वाहन चलाते समय जल्दबाजी में कोई जोखिम न लें। जरूरतमंद लोगों की मदद करने की क्षमता हासिल करने के लिए बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जानें।


दुर्घटना होने पर क्या करें-

* दुर्घटना की स्थिति में व्यक्ति को सक्रियता से कार्य करना चाहिए।सबसे महत्वपूर्ण काम है कि आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। और जल्द से जल्द मदद बुलाएं। प्राथमिक चिकित्सा का ज्ञान होने से भी किसी तरह की जान बचाने में मदद मिल सकती है। जरूरत पड़ने पर पुलिस को बुलाएं विश्व आघात दिवस मुख्य रूप से स्वयं को सुरक्षित रखने और सुरक्षा उपाय करने के बारे में है। 


* अच्छी सड़क डिजाइन और रखरखाव से दर्दनाक सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।

 सड़क दुर्घटनाएं दुनिया भर में बच्चों की मौत की प्रमुख कारण हैं।और 15 से 29 साल की उम्र के लोगों की मौत के भी प्रमुख कारण है।

 विश्व स्तर पर सड़क यातायात में वर्तमान में सभी आयु वर्ग में मृत्यु का आठवां प्रमुख कारण है।और 2030 तक सातवां प्रमुख कारण बनने की उम्मीद है। सड़क यातायात दुर्घटनाएं 3% वार्षिक दर से बढ़ रही हैं। भारत जैसे मध्य और निम्न आय वाले देशों में सड़क यातायात से होने वाली कुल यात्राओं में से 90% कलाकार होते हैं। विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक सड़क मृत्यु का प्रतिशत भारत में 11% है प्रति घंटे 53 सड़क दुर्घटनायें होती हैं। पिछले दशक में भारत में 13 लाख लोग मारे गये।और 50 लाख घायल हुए।

विश्व आघात दिवस 2023 की थीम सयय पर प्रतिक्रिया जीवन बचाती है।

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