भारतीय वायुसेना की ताकत? Indian Airforce day
नभः स्पृशं दीप्तम भारतीय वायुसेना दिवस हर साल 8 अक्टूबर को मनाया जाता है। इंडियन एयर फोर्स की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। तब से लगातार भारतीय वायु सेना दिवस मनाया जाता है।2023 को 91 वाँ स्थापना दिवस है।आधुनिक सैन्य विमान की विश्व निर्देशिका के अनुसार विश्वभर के देशों की विभिन्न हवाई सेवाओं की कुल युद्ध क्षमता के मामले में भारत की वायुसेना विश्व में तीन प्रमुख वायु सेना मे से एक है।भारतीय वायु सेना मे अनुमान से 139576 सक्रिय कर्मी,और लगभग 140000 आरक्षित कर्मी सेवारत हैं। और 1885 से अधिक विमान शामिल है। एक सामान्य लड़ाकू स्क्वाड्रन में18 लड़ाकू विमान होते हैं।वे किसी भी वायुसेना का एक अनिवार्य घटक होते है। और उन्हें हवाई श्रेष्ठता और जमीनी हमलो सहित कई प्रकार के मिशनों का काम सौंपा गया होता है। भारतीय वायु सेना के पास 42 फाइटर स्क्वाड्रन की अधिकृत ताकत है।इस वक्त वायुसेना के पास तय स्क्वाड्रन से 10कम यानी 31 फाइटर स्क्वाड्रन है।सुखोई 30 के12, जैगुआर से 6, मिग-21के 4, मिराज 2000 के 3, मिग-29 के 3, एल सीए के 2, और राफेल के 2 स्क्वाड्रन हैं। 2027 तक भारत सभी स्क्वाड्रन को पूरा करेगा।भारतीय वायुसेना के लडा़कों विमानों की सूची मे भारत के पास 36 लड़ाकू राफेल विमान हैं।जो 60000 फीट प्रति मिनट की दर से ऊंचाई चढ़ सकता है। और करीब 2223 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। इसका कुल वजन 10 तन है यह करीब 24.5 टन वजन के हथियार लेकर उड़ सकता है।इसकी रेंज यानी मारक क्षमता के मामले में राफेल की रेंज करीब 3700 किलोमीटर तक है। यह मल्टी रोल वाला फाइटर प्लेन है।इसका उपयोग उच्च सटीकता वाले हमले और परमाणु हमले की रोकथाम के लिए किया जा सकता है।
सुखोई भारतीय वायुसेना का अग्रिम पंक्ति का लड़ाकू विमान है।यह बहु उपयोगी लड़ाकू विमान रूस और भारत के द्वारा विकसित किया गया है। यह 3000 किलोमीटर की दूरी तक हमला कर सकता है।इस विमान में अलग-अलग तरह के बम तथा प्रक्षेपास्त्र ले जाने के लिए 12 स्थान है। कुछ समय बाद इसे ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र एवं स्पाइस 2000 लेजर निर्देशित बमों से लैस किया जाएगा। इसके अतिरिक्त इसमें एक 30 एमएम की तोप भी लगी है।
मिग 21 ए फाइटर के इतिहास में अब तक सबसे ज्यादा बनाए जाने वाला सुपरसोनिक फाइटर जेट माना जाता है। एमआईजी-21 में पाइथन 3 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल ग्रिफिन और लिजर्ड लेजर निर्देशित बम शामिल है।
तेजस यह भारत के विमान इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है 6500 किलोग्राम की इस हल्के लड़ाकू विमान में इजराइल का रडार लगाया गया है। सबसे बड़ी खासियत है।कि यह विमान एक साथ 10 टारगेट को ट्रैक करते हुए हमला कर सकता है।इसे टेक ऑफ के लिए ज्यादा बड़े रनवे की जरूरत नहीं होती है।इसकी हवाई मारक क्षमता अच्छी है। तेजस 52000 फीट की ऊंचाई पर ध्वनि की गति जितनी तेज उड़ सकता है।
मिराज 2000 फाइटर जेट में एक आफ्टरबर्निंग टर्बोफैन इंजन लगा होता है। जो इसे अधिकतम 95.1 किलो न्यूटन की ताकत देता है। जिसकी वजह से अधिकतम 2336 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से उड़ सकता है। यह गति ही इसे घातक बनाती है। यह फाइटर जेट एक बार में 1550 किलोमीटर की रेंज तक उड़ान भर सकता है।
वायु सेना के पद इस प्रकार से हैं।
एयर चीफ मार्शल
एयर मार्शल
एयर वाइस मार्शल
ईयर कमांडो
ग्रुप कैप्टन
कमांडर फ्लाइट लिफ्टिनैंट
फ्लाइंग ऑफिसर
पायलट ऑफिसर
भारतीय वायुसेना रक्षा क्षेत्र मे अपने स्वदेशीकरण प्रयासों के तहत 3.15लाख करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न मेक इन इंडिया पर काम कर रही है।इन परियोजनाओं से180 हल्के लडा़कू विमान मार्क 1ए, 156हल्के लडा़कू हेलीकाप्टर और अन्य हथियार प्रणालियाँ शामिल हैं।