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Showing posts from October, 2023

भारतरत्न सरदार बल्लभ भाई पटेल क्यों राष्ट्रीय एकता के प्रतीक ?sardar vallabhbhai patel Why symbol of national unity ?

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  सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत के प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे।तथा आजाद भारत के पहले गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री रहे। स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। जिसके कारण उन्हें भारत का लोह पुरुष भी कहा जाता है। सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाद मे  हुआ था। उनके पिता का नाम झवेरभाई पटेल और माता का नाम लाडवा देवी था। जो एक किसान परिवार था, स्वतंत्र देश में राष्ट्रीय एकीकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, और दृढ निश्चय समझौता रहित था। जिसके कारण उन्हें भारत के लोह पुरुष की उपाधि मिली।सरदार पटेल स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन के दौरान छह बार जेल में गए।1932 में वे करीब 16 महीने तक गांधी जी और महादेव देसाई जी के साथ नर्मदा जेल में बंद रहे।1930 में नमक सत्याग्रह के दौरान पटेल को 3 महीने की जेल हुई।मार्च 1931 में उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के करांची अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।जनवरी1932 में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था।सरदार पटेल ने रियासतों का विलय सुनिश्चित करने और उन्हें भारतीय संघ में एकीकृत करने के लिए कदम उठाये।  25 जून 1947 को स...

होमी जहाँगीर भाभा भारत के परमाणु ऊर्जा के जनक क्यों?Homi jehangir Bhabha

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  डाक्टर होमी जहाँगीर भाभा को भारत के परमाणु कार्यक्रम का जनक माना जाता है।भाभा का जन्म मुम्बई के एक सम्भ्रान्त पारसी परिवार मे 30 अक्टूबर 1909 को हुआ था। उन्होंने मुंबई से कैथड्रल और जान केनन स्कूल से पढ़ाई की फिर एल्फिस्टन कॉलेज मुंबई और रॉयल इंस्टीट्यूट आफ साइंस से बीएससी पास किया।1927 में कैंब्रिज कालेज मे इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने गये।कैंब्रिज विश्वविद्यालय से सन 1930 में स्नातक उपाधि अर्जित की।सन1934 में कैंब्रिज विश्वविद्यालय से उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।जर्मनी में उन्होंने कास्मिक किरणों पर अध्ययन और प्रयोग किये। इंजीनियरिंग पढ़ने का निर्णय उनका अपना नहीं था।वह परिवार की ख्वाहिश थी। कि वे एक होनहार इंजीनियर बने।होमी ने सबकी बातों का ध्यान रखते हुए इंजीनियरिंग की पढाई जरुर की।लेकिन अपने प्रिय विषय फिजिक्स से भी खुद को जोड़े रखा।  न्यूक्लियर फिजिक्स के प्रति उनका लगाव जुनूनी स्तर तक था।उन्होंने कैम्ब्रिज से ही अपने पिता को पत्र लिखकर अपने इरादे बता दिये थे। कि फिजिक्स ही उनका अंतिम लक्ष्य है। अध्ययन के दौरान कुशाग्र बुद्धि होने के कारण उनको लगातार छात्रवृत्ति...

महर्षि बाल्मिकी ने कैसे रचना की रामायण महाकाब्य की?How did Maharshi valmiki Compose the great Ramayana?

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  विश्व प्रसिद्ध महाकाव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि का जन्म त्रेतायुग मे आश्विन माह की पूर्णिमा को हुआ था। इस साल 2024 मे उनका जन्म दिवस 17 अक्टूबर को आ रहा है।महर्षि वाल्मिकी जी का बचपन का नाम रत्नाकर था। बाद मे वे आदि कवि हुए।उन्हें संस्कृत के प्रथम श्लोक का जन्मदाता भी माना जाता है।उन्होंने ही संस्कृत के प्रथम श्लोक को लिखा था।इस जयंती को प्रकट दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।कहते हैं की बचपन में वाल्मिकी जी का अपहरण एक भील ने कर दिया था। इसके बाद इनका लालन -पालन भील जनजाति मे ही हुआ।भील जनजाति जंगलों मे ही निवास करते थे।और जंगली कन्दमूल फलों को खाते थे। रत्नाकर हस्ट पुष्ट थे।बड़े होकर रत्नाकर ने लूटपाट का काम करना शुरू कर दिया। और एक प्रसिद्ध डाकू बन गए। उनका नाम था डाकू रत्नाकर अपने परिवार के पालन पोषण के लिए वे राहगीरों को लूटते थे। एवं जरूरत होने पर मार भी देते थे। एक दिन उसी जंगल से नारद मुनि निकल रहे थे। उन्हें देखकर रत्नाकर ने उन्हें बंदी बना दिया। नारद मुनि ने उनसे सवाल किया कि तुम ऐसे पाप क्यों कर रहे हो? और किसके लिए कर रहे हो?रत्नाकर ने कहा कि मैं अपने परिवार ...

जम्मू कश्मीर का भारत मे विलय का इतिहास History of jammu Kashmir

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  26 अक्टूबर 1947 को जम्मू कश्मीर रियासत भारत संघ मे शामिल हुआ।राजा हरिसिंह एक स्वतन्त्र मुल्क चाहते थे।और पाकिस्तान इस पर नजर गढाये रखा था।22 अक्टूबर को पाकिस्तानी कब्बालियों ने जम्मू कश्मीर पर हमला कर दिया।और कत्ले आम करने लगे। राजा हरिसिंह ने भारत से मदद मांगी और मदद हेतु 26 अक्टूबर को कश्मीर विलय की सन्धि फर हस्ताक्षर किये। और अगले दिन भारतीय सेना ने पहुंचकर कब्बालियों को खदेड़ दिया।और जम्मूकश्मीर को भारत मे विलय कर दिया।हवाई अड्डे से सारा बर्फ संघ के स्वयं सेवकों ने हटाया। जिससे सेना को काफी मदद मिल गयी। इससे पहले 17अक्टूबर को संघ के तत्कालीन सरसंघचालक श्री गुरुजी गृहमन्त्री सरदार पटेल के आग्रह पर राजा को भारत मे विलय हेतु भेजा गया।और वे जम्मू कश्मीर गये।और राजा हरिसिंह को मना लिया।गये।जम्मू कश्मीर का नाम कश्यप ऋषि के नाम से पड़ा। और जम्मू कश्मीर के पहले राजा भी कश्यप ऋषि ही थे। उन्होंने अपने सपनों का कश्मीर बनाया था।कश्मीर घाटी में सर्वप्रथम कश्यप समाज ही निवास करता था।भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे उत्तरी भौगोलिक क्षेत्र कश्मीर का इतिहास अति प्राचीन काल से आरंभ होता है। कश्मीर के...

राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस National Police Commemoration day

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  21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख की हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में सशस्त्र चीनी टुकडी़ ने घात लगाकर किये गये हमले में पुलिस के 10 जवानों ने अपने प्राणों की आहूति दे दी थी। 20 अक्टूबर 1959को उत्तर पूर्वी लद्दाख मे हार्ट स्प्रिंग की जगह पर तीन पुलिस के दलों को तैनात किया गया था। जो भारतीय अभियान को आगे बढ़ाने की तैयारी में थे। यह दल लानक ला के रास्ते में था। इस दिन दो दलों के सदस्य दोपहर को हार्ट स्प्रिंग्स में लौट आए। लेकिन तीसरे दल में दो पुलिस कांस्टेबल और एक कमांडर शामिल थे।वे वापस नहीं आये। सभी पुलिस कांस्टेबल को खोए हुए पुलिस वालों की तलाश में अगली सुबह लगाया गया। इस टीम का नेतृत्व डीएसपी श्री करम सिंह ने किया। दोपहर के समय चीनी सेना के जवानों को एक पहाड़ी पर देखा गया। जिन्होंने श्रीकरम सिंह के नेतृत्व वाले दल पर गोलियां चलाई और ग्रेनेड फेंके।  उनके लिए कोई छिपने की जगह नहीं थी। तो ज्यादातर पुलिस वाले घायल हो गए। इस ऑपरेशन में हमारे देश के 10 पुलिस कांस्टेबल शहीद हुए और बाकी सब घायल हो गए। सात घायल कांस्टेबल को चीन की सेना ने बंदी बना लिया था। पूरे तीन सप्ताह के बाद 13 नवंबर 1959 को ...

जानिये UPS 2024, OPS,और NPS से कितना अलग है? What is UPS 2024? OPS and NPS

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     आइये जानते हैं UPS,  OPS, NPS तीनों पेंशन  योजनाओं को- UPS  क्या है   Unified Pension Scheme (UPS)  केंद्र सरकार ने शनिवार 24 अगस्त 2024 को यूनिफाइड पेंशन स्कीम को मंजूरी दे दी है। इस स्कीम के तहत सरकारी कर्मचारियों के लिए गारंटीड पेंशन की व्यवस्था की गई है।  Unified Pension Scheme Details- केंद्र सरकार ने शनिवार को यूनिफाइड पेंशन स्कीम (New Pension Scheme) को मंजूरी दे दी। सरकारी कर्मचारी लम्बे समय से इस तरह की स्कीम की डिमांड कर रहे थे। मौजूदा समय में सरकारी कर्मचारियों को एनपीएस (NPS) की सुविधा मिलती है। आइए जानते हैं कि यूपीएस (UPS) की 6 बड़ी खूबियां क्या है? 1- यूपीएस में कर्मचारी को 25 वर्ष की नौकरी के बाद आखिरी वर्ष के औसत वेतन के 50 प्रतिशत के बराबर पेंशन मिलेगी। यूपीएस के लिये कर्मचारियों के अंशदान को एनपीएस की मौजूदा व्यवस्था के 10 प्रतिशत के बराबर ही रखा गया है जबकि सरकार ने अपने अंशदान को 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 18.5 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है। 2- 2004 के बाद सेवा में आने वाले जितने कर्मचारी रिटायर हो चुके हैं या एक अप्रैल 2...

एशियाई खेलों का इतिहास और भारत?2023 History of Asian Games and India

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  एशियाई खेलों का प्रस्ताव भारतीय अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने रखा था।और प्रथम एशियाई खेल 1951 मे नई  दिल्ली मे आयोजित किये गये थे।कई एशियाई देशों ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ही स्वतंत्रता प्राप्ति की थी।एशिया के सभी देशों का प्रतिनिधित्व एशियाई खेलों मे हो सके यह प्रस्ताव शुरुआत मे रखा गया था।   इन खेलों का उद्देश्य सदा मित्रता और बन्धुत्व का भाव होता है। इंटरलॉकिंग रिंग के साथ इन खेलों का प्रतीक उज्वज्ल पूर्ण उगता सूर्य है। एशिया महाद्वीप मे 48 देश है। उनमें से तीन देश  यूरोप मे भी आते  हैं वे देश हैं रूस,कजाकिस्तान, और तुर्की एशियाई खेलों में लगभग 45 देश भाग लेते हैं।ऐशिया महाद्वीप आकार और जनसंख्या में दुनिया का सबसे बड़ा महाद्वीप है। और इसमें सबसे प्राचीन सभ्यताएं  निवास करती हैं।भारत ने इस मेगा इवेंट के सभी संस्करणों में हिस्सा लिया है। और भारत ने एशियाई खेलों में एक अभिन्न भूमिका निभाई है।यहां तक ​​कि नई दिल्ली में उद्घाटन संस्करण की मेजबानी भी भारत ने ही की थी। एशियाई खेलों की शुरुआत 1951 में नई दिल्ली मे हुई थी। और टूर्नामेंट के पहले संस्कर...

नोबेल विजेता सुब्रह्मण्यन चन्द्रशेखर की खोजें क्या थी? What was the discovery of Nobel laureate Subrahmanyan Chandrasekhar?

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  सुब्रमण्यम चंद्रशेखर का जन्म 19 अक्टूबर 1910 को लाहौर(अब पाकिस्तान मे) ब्रिटिश भारत में हुआ था। उनका परिवार 1916 में लाहौर से इलाहाबाद स्थानांत्रित हो गया था। और फिर 1918 में मद्रास में बस गये उनके पिता सुब्रमण्यम अय्यर भारतीय लेखा परीक्षा में एक अधिकारी थे। उनकी माता एक गृहणी थी।1930 में विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले भौतिकी मे पहले भारतीय वैज्ञानिक सी बी रमन उनके चाचा थे। सुब्रमण्यम चंद्रशेखर ने 12 साल की उम्र तक अपने माता-पिता से ही घर पर पढाई  की। 1922 में उनको मद्रास के ट्रिप्लीकेन हिन्दू हाईस्कूल मे रखा गया।1930 मे उन्होने प्रेसिडेंसी कालेज से जो मद्रास विश्वविद्यालय से संबंध था।बी एस सी पूरी की। वे पहले से ही मेधावी छात्र थे। बी एस सी के उपरान्त उनको भारत सरकार ने स्कालरशिप दी।बाद मे वे स्कालरशिप की मदद से इंग्लैण्ड के कैंम्ब्रिज विश्व विद्यालय चले गये।वे अपने चाचा सीबी रमन से काफी प्रभावित थे।बाद मे उन्हीं के पद चिह्नों पर चलकर वे महान वैज्ञानिक बने। वर्ष  1933 में उन्हें कैंब्रिज ट्रनिटी वि वि मे गुरुत्वाकर्षण पालीट्रोप्स पर एक शोध प्रबन्धन के...

भारत के स्वतन्त्रता संग्राम मे संघ का योगदान Cotribution of Rss in Indias freedom struggle

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  1925 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना का तात्कालिक उद्देश्य स्वतंत्रता प्राप्त ही था। जो उन दिनों प्रत्येक स्वयंसेवक को दिलाए जाने वाली प्रतिज्ञा में वर्णित था। संघ संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार जी किशोर अवस्था से ही स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े हुए थे। 1905 में बंगाल विभाजन की आहट सुनकर लोकमान्य तिलक जी की प्रेरणा से डॉक्टर हेडगेवार जी द्वारा छात्रों का संगठन और स्वदेशी जागरण के लिए गांव-गांव प्रवास,हुआ था।भाषण व स्वदेशी बिक्री केंद्र आदि आरंभ किये गये। क्रांतिकारियों के बीच डॉक्टर हेडगेवार जी का गुप्त नाम कोकीन था।तथा वे शस्त्रों के लिए एनाटमि शब्द का प्रयोग करते थे।  प्रथम विश्व युद्ध 1915 के समय संपूर्ण भारत के सैनिक छावनियों में क्रांति की गुप्त योजना हुई।मध्य भारत का उत्तरदायित्व डॉक्टर की हेडगेवार जी को ही दिया गया था। 11 जुलाई 1922 को डॉक्टर हेडगेवार जी के स्वागतार्थ अंजनी जेल के मुख्य द्वार के सामने प्रांतीय कांग्रेस के सभी प्रमुख नेता उपस्थित थे। जिनमे डॉक्टर मुंजे,डॉक्टर खरे ,डॉक्टर प्रांन्जये,बलवंतराव, मंडेलकर,आदि उपस्थित थे।अगले दिन डॉक्टर हेडगेवार जी के स्वागत ...

विश्व आघात दिवस क्या है?World Trauma Day

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  विश्व ट्रामा दिवस की शुरुआत 2011 में नई दिल्ली से हुई थी। इसके 1 साल बाद ट्रामा सोसाइटी ऑफ साउथ अफ्रीका भी इसमे शामिल हो गया। यह दिन भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों में हर साल 17 अक्टूबर को मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी चोट को विश्व स्तर पर विकलांगता और मृत्यु का एक प्रमुख कारण मानता है।आघात का तात्पर्य शरीर पर लगने वाली चोट से है।चोट लगने के कारण सड़क दुर्घटना, गिरना,जलना,औद्योगिक विस्फोट,किसी भी कारण से दर्दनाक छोटे अस्थाई या स्थाई विकलांगता का कारण बन सकती हैं। यह विशेष रूप से युवा कामकाजी आबादी को प्रभावित करता है। इससे किसी भी देश की राष्ट्रीय उत्पादकता कम हो जाती है। हर साल दुनिया मे सड़क दुर्घटनाएं भारत और विश्व स्तर पर आघात का प्रमुख कारण है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार आघात के कारण होने वाले अधिकांश मौतें सड़क यातायात दुर्घटनाओं में होती है। सड़क दुर्घटनाओं में हर साल लगभग 15 लाख लोगों की जान चली जाती है। पैदल यात्री, साइकिल चालक, और मोटरसाइकिल चालक, जैसे कमजोर सड़क उपयोग कर्ता अक्सर सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं।  * सड़क दुर्घटनाओं के कारण- चालक लापरवाही स...

विश्व खाद्य दिवस क्या है?World food day

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  विश्व खाद्य दिवस हर वर्ष 16 अक्टूबर को मनाया जाता है 16 अक्टूबर 1945 के दिन संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन की स्थापना हुई थी।इसी तिथि को दुनिया भर में विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र के दुनिया भर मे 150 सदस्य देश मिलकर विश्व खाद्य दिवस मनाते हैं। इस दिन जगह-जगह लोगों को जागरूक करने के लक्ष्य से कई तरह के कार्यक्रम बनाए जाते हैं। ताकि दुनिया से भुखमरी को खत्म किया जा सके। हम वैश्विक खाद्य मुद्दों खाद्य सुरक्षा और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को समझने के लिए समय निकालें चाहे गैर विनाशकारी वस्तुओं को दान करने के माध्यम से या स्वयंसेवा संस्थाओं के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराने की हो।हम उनके मिशन में अपने स्थानीय खाद्य बैंकों का समर्थन करें। भोजन की बर्बादी न हो। स्थानीय राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना है। अपने समुदाय और घर में भोजन की बर्बादी न हो इस हेतु जागरूक करना। खाद्य सुरक्षा का अनुभव करने वाले लोगों का समर्थन करने के लिए संसाधन इकट्ठा करते हुए फूड ड्राइव या खाद्य पदार्थ उगाने वाले कार्यक्रम आयोजित करने की पह...

भारतरत्न एपीजे अब्दुल कलाम और विश्व छात्र दिवस World student Day

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  भारत के मिसाइल मैन भारत रत्न और भूतपूर्व राष्ट्रपति डा एपी जे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूभर 1932 को धनुषकोटिगाँव रामेश्वरम तमिलनाडु मे हुआ था।इनके पिताजी मछुवारे का कार्य करते थे।अब्दुल कलाम ने देश के मिसाईल और परमाणु हथियार कार्यक्रमों को विकसित करने मे प्रमुख भूमिका निभाई।वे 2002 से 2007 तक देश के ग्यारहवें राष्ट्रपति रहे। अब्दुल कलाम ने 1957 मद्रास इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की इसके बाद1958 मे डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ )में शामिल हो गए।  11 साल बाद कलाम ने बेहतर संस्थान का रुख किया और इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (इसरो) में शामिल हो गये। वह एसएलवी 3 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रहे।  एसएलवी 3 पहला सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल था। जिसे भारत में डिजाइन किया गया था और बनाया गया था।1982 मे फिर से कलाम ने डीआरडीओ मे काम करना शुरू किया।यहाँ उन्होंने मिसाइल तैयार करने का आधार रखा।और कई तरह के सफल मिसाइलें तैयार किये।इस सफलता के कारण उनको भारत में मिसाइल मैन कहा जाने लगा। इन सफल मिसाइलों में से एक था अग्नि जो देश की पह...

विश्व मानकीकरण क्या है?World standards day

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  मानक आम सहमति से स्थापित एक दस्तावेज है। जो उत्पादों, सेवाओं और प्रणालियों के लिए नियम दिशा निर्देश या विशेषताएं प्रदान करता है। मानकों की  बदौलत ट्रैफिक सिग्नल से लेकर माप की इकाइयों तक जिन साधारण चीजों को हम हल्के में लेते हैं।वह हर जगह समान है। मानक हर जगह हैं। मानक के बिना हमारा समाज का काम नहीं चल सकता। सुरक्षा सार्वजनिक और विश्वास सुनिश्चित करने में मदद के लिए मानक आवश्यक हैं। वे लागत कम करते हैं। गुणवत्ता में सुधार करते हैं। और सेवाओं का विपणन करते हैं।यूएलसी यह सुनिश्चित करने के लिए कई उत्पाद और उनकी कमी का परीक्षण करता है। कि वे अपनी प्रत्येक सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। इन सुरक्षा मानक के कारण जनता अधिक सुरक्षित टिकाऊ और अधिक विश्वसनीयता माहौल में रहकर काम कर सकती हैं। यूएलसी मानकों को कनाडा की मानक परिषद (एससीसी )द्वारा एक मानक विकास संगठन के रूप में प्राप्त किया गया है। जो एक संघीय क्राउन कॉरपोरेशन है।  विश्व मानक दिवस एक बेहतर दुनिया के लिए एक साझा दृष्टिकोण और सतत विकास लक्ष्य( एस डी जी)जो सामाजिक असुन्तलन को दूर करने एक स्थाई अर्थव्यवस्था विकसित क...

विश्व आपदा न्यूनीकरण क्या है?International Day for Disaster Risk Reduction

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  विश्व आपदा न्यूनीकरण दिवस 13अक्टूबर को विश्वभर मे मनाया जाता है।सयुक्त राष्ट्रमहासभा ने 22दिसम्बर1989को प्रस्ताव44/236के माध्यम से अक्टूबर के दूसरे बुद्धबार को प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण के लिएअंतर्राष्ट्रीय दिवस के रुप मे नामित किया। लेकिन फिर नये प्रस्ताव64/200के अनुसार13अक्टूबर को यह दिवस मनाने का निर्णय लिया गया।और इसे विश्व आपदा न्यूनीकरण दिवस का नाम दिया गया।आपदा एक प्राकृतिक घटना होती है। जो प्राकृतिक ताकतों द्वारा घटित होती है। जो मानव के नियंत्रण में नहीं होता है। यह थोड़े समय में और बिना चेतावनी के घटित होती है। जिसकी वजह से मानव जीवन के क्रियाकलाप प्रभावित होते हैं। तथा बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान होता है। आपदा के दो प्रकार हैं। प्राकृतिक आपदा और मानव निर्मित आपदा  प्राकृतिक आपदा --- ऐसी कोई भी प्राकृतिक घटना जो प्रकृति मे होती है।जैसे जंगलों मे आग,बाढ आना,हिमस्खलन,भछस्खलन,भूकम्प,ज्वालामुखी,सुनामी,चक्रवाती तूफान,बादल फटने वाली घटना आदि।जिसमे बडे़ पैमाने पर जानमाल का नुकसान होता है।सदियों से प्राकृतिक आपदाएं मनुष्य के अस्तित्व को बार-बार चेतावनी देते आ रहे हैं। म...

भारत रत्न नानाजी देशमुख का भारत ग्रामोदय में क्या योगदान था? What was the contribution of Bharat Ratna nanaji Deshmukh in Bharat gramoday?

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11 अक्टूबर 1916 में महाराष्ट्र में नानाजी देशमुख का जन्म हुआ था।बचपन में माता-पिता गुजर गए थे, उनका जीवन संघर्षों में गुजरा उन्होंने राजस्थान से हाईस्कूल की परीक्षा पास की और 1937 में बिरला कॉलेज में दाखिला लिया। उन्होने चित्रकूट मे 1969 में दीनदयाल शोध संस्थान की स्थापना की। उन्होंने गांवों में लोगों को कुटीर उद्योगों के लिए प्रेरित किया।स्वास्थ्य, शिक्षा,बिजली, सड़क, पानी,आदि कार्यों के लिए भी उन्होने बहुत मेहनत की। मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लगभग 500 गांवों में उन्होने बड़े विकास कार्य किए। हम अपनों के लिए हैं। अपने वे हैं। जो सदियों से पीड़ित एवं उपेक्षित हैं। विचार को व्यवहार में लाने वाले ऐसे सेवाऔर संघर्ष के आदर्श समाज सेवक एवं ग्राम विकास के प्रणेता भारत रत्न सम्मानित नानाजी देशमुख ने ग्राम उदय से राष्ट्रोदय की संकल्पना के प्रणेता नाना जी देशमुख का सम्पूर्ण जीवन मा भारती की सेवा मे समर्पित रहा।वे राष्ट्र ऋषि बनकर रहे। नाना जी ने चित्रकूट को ही अपना  सेवा का केंद्र बनाया।उन्होंने 1980 में सक्रिय राजनीति से संयास ले लिया था। और फिर से ग्रामोदय और समाज सेवा के...

मानसिक स्वास्थ्य क्यों जरुरी?World Mental Health day

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  विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को विश्वभर मे मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। यह पहली बार 1992 में विश्व मानसिक स्वास्थ्य संघ की पहल पर मनाया गया था। जो एक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य संगठन है। जिसके सदस्य और संपर्क150 से अधिक देशों मे हैं।इसके प्रमुख प्रभाव पर ध्यान देने के लिए इस वार्षिक जागरूकता कार्यक्रमों को मनाया जाता है। कुछ देशों में जैसे ऑस्ट्रेलिया में यह दिन मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 1994 के प्रथम थीम था। दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा समर्थन किया जाता है। जो दुनिया भर में स्वास्थ्य मंत्रालयों और नागरिकों, सामाजिक संगठनों के साथ अपने मजबूत संबंधों का उपयोग करके मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरुकता बढाने का कार्य करता हैं। वर्तमान समय में सभी लोगों के लिए मेंटल हेल्थ का ख्याल रखना बड़ी जरूरत बन गया है।आज के भाग-दौड़ भरी जिंदगी में युवाओं को इसका खास ख्याल रखना होता ह...

क्या है? उत्तराखंड राज्य के गठन का इतिहास और उपलब्धियों 2024? What is the history and achievements of the formation of Uttarakhand 2024?

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  उत्तराखंड एक बेहद प्राकृतिक छटाओं से भरपूर खूबसूरत राज्य है। जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। यहां कई प्राचीन धार्मिक स्थलों के साथ ही यह राज्य हिंदू धर्म में सबसे पवित्र माने जाने वाली देश की सबसे बड़ी नदियां गंगा और यमुना का उद्गम स्थल भी है। 9 नवंबर 2000 की तारीख इतिहास में उत्तराखंड की स्थापना दिवस के तौर पर दर्ज है। उत्तराखंड की मांग को लेकर कई वर्षों तक चले आंदोलन के बाद आखिरकार 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड को भारत की 27 वें  गणराज्य के रूप में शामिल किया गया। वर्ष 2000 से 2006 तक इसे उत्तरांचल के नाम से पुकारा जाता था। लेकिन जनवरी 2007 में स्थानीय यहां की जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए इसका आधिकारिक नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया।  उत्तर प्रदेश का हिस्सा रहा उत्तराखंड की सीमाएं उत्तर में तिब्बत, और पूर्व में नेपाल से लगी हैं। पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश इसकी सीमा से लगे राज्य हैं। उत्तराखण्ड गठन का इतिहास------ भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन की एक ईकाई के रुप में उत्तराखंड में स्वाधीनता संग्राम के दौरान 1913 के कांग्रेस अधिवेशन में उत्...

भारतीय वायुसेना की ताकत? Indian Airforce day

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नभः स्पृशं दीप्तम भारतीय वायुसेना दिवस हर साल 8 अक्टूबर को मनाया जाता है। इंडियन एयर फोर्स की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। तब से लगातार भारतीय वायु सेना दिवस  मनाया जाता है।2023 को 91 वाँ स्थापना दिवस है।आधुनिक सैन्य विमान की विश्व निर्देशिका के अनुसार विश्वभर के देशों  की विभिन्न हवाई सेवाओं की कुल युद्ध क्षमता के मामले में भारत की वायुसेना विश्व में तीन प्रमुख वायु सेना मे से एक है।भारतीय वायु सेना मे अनुमान से 139576 सक्रिय कर्मी,और लगभग 140000 आरक्षित कर्मी सेवारत हैं। और 1885 से अधिक विमान शामिल है। एक सामान्य लड़ाकू स्क्वाड्रन में18 लड़ाकू विमान होते हैं।वे किसी भी वायुसेना का एक अनिवार्य घटक होते है। और उन्हें हवाई श्रेष्ठता और जमीनी हमलो सहित कई प्रकार के मिशनों का काम सौंपा गया  होता है। भारतीय वायु सेना के पास 42 फाइटर स्क्वाड्रन की अधिकृत ताकत है।इस वक्त वायुसेना के पास तय स्क्वाड्रन से 10कम यानी 31 फाइटर स्क्वाड्रन है।सुखोई 30 के12, जैगुआर से 6, मिग-21के 4, मिराज 2000 के 3, मिग-29 के 3, एल सीए के 2, और राफेल के 2 स्क्वाड्रन हैं। 2027 तक भारत सभी स्क्वाड्र...