FLN क्या है? एवं इसके उद्देश्य क्या हैं? What is FLN and what are its objectives?
FLN (foundational Literacy and Numeracy ) बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान एफ एल एन कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New education policy 2020) का एक घटक है। इसे निपुण भारत मिशन के अंतर्गत चलाया जा रहा है। एफ एल एन का उद्देश्य 3 वर्ष से 9 वर्ष तक आयु वर्ग के लगभग सभी बच्चों का समग्र विकास करना है। यह एक महत्वपूर्ण कोर्स है जो बच्चों को उच्च कक्षाओं में सार्थक रूप से किसी भी चीज को सीखने के लिए तज्ञ कर सकेगा। मिशन के तहत 3 से 9 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के पढ़ने लिखने और संख्या ज्ञान से जुड़ी आवश्यकता को पूर्ण किया जाएगा।
भाषा विकास--- भाषा विकास एक ऐसी प्रक्रिया है।जो मानव जीवन मे बहुत पहले आरम्भ हो जाती है।नवजात बच्चा बिना भाषा के जन्म लेता है।किन्तु 10 माह मे ही बोली गयी बातों को अन्य ध्वनियों से अलग करने मे सक्षम हो जाता है। भाषा का विकास ध्वनियों और इशारों से शुरु होता है।और फिर शब्दों और वाक्यों से बच्चों के साथ बहुत प्रकार की बातें करके। और जब बच्चा संवाद करके प्रतिक्रिया देने लगता है।तो उसका भाषा विकास आरम्भ होने लगता है।फिर मौखिक कहानी सुनाना,फिर प्रश्नोत्तरी करना।किताबें पढाना,भाषा विकास मे बहुत मदद करता है।भाषा विकास के क्रम
1-सुनना 2-बोलना 3-पढना 4-लिखना
इस आधार पर भाषा विकास ठीक प्रकार से आगे बढता है।
भाषा के प्रकार-
1-मौखिक(कथित) भाषा
2-लिखित भाषा
3-सांकेतिक भाषा
भाषा के घटक-
1-स्वर विज्ञान
2-आकृति विज्ञान
3-वाक्य विन्यास
4-वाक्य विन्यास शब्दार्थ
5-ब्यावहारिकता
भाषा का मुख्य उद्देश्य है।विचारों को ब्यक्त करना।
संख्याज्ञान--
बुनियादी संख्याज्ञान मे संख्याबोध,आकार,और स्थानिक संबध,नाप,डेटा,संधारण आदि। सर्वे के अनुसार 5 करोड़ से अधिक बच्चों मे बुनियादी साक्षरता एवं गणितीय समझ मे कमी पायी गयी है।
बच्चों के सीखने के मार्ग मे आ रही बाधा को दूर करते हुए खेल एवं संक्रियता आधारित बुनियादी साक्षरता के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करना।
बच्चों को संख्या माप और आकार के क्षेत्र मे तर्क को समझने उनमे संख्यात्मक और स्थानिक समझ विकसित करने सक्षम बनाना है। बच्चों को उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराना जो उन्हें सांस्कृतिक विरासत से भी अवगत कराई यह सामग्री उनकी स्थानीय भाषा अथवा मातृभाषा में उपलब्ध हो FLN मिशन का उद्देश्य है।
शिक्षकों प्रधानाध्यापकों एवं प्रशासकों की क्षमताओं के उन्नत पर सतत फोकस करना। बच्चों की उच्चतम शिक्षा की मजबूत आधारशिला के लिए शिक्षकों माता-पिता समुदाय एवं नीति निर्माता का परस्पर सक्रिय जुड़ाव पोर्टफोलियो सामूहिक व संयुक्त प्रोजेक्ट वर्क खेल रोल प्ले मौखिक परीक्षण एवं शॉर्टेस्ट इत्यादि के माध्यम से शिक्षा के स्तर का मूल्यांकन किया जाना।