विश्व अल्जाइमर(याददाश्त जाना) दिवस क्या है?Alzheimersday

 


अल्जाइमर अर्थात भूलने की बीमारी जब कोई ब्यक्ति बार-बार किसी गंभीर विषय, आवश्यक चीजों को बार-बार भूलने लग जाता है।सामान्य तौर पर कभी भूल तो होती रहती है।लेकिन बार-बार बातों,वस्तुओं,या सूचनाओं को भूलना जैसे परिवार के सदस्यों,या करीबी दोस्तों को पहचानने मे कठिनाई,नियमित दैनिक कार्यों को करने मे कठिनाई।कपडे़ पहनना,भटकना,या खो जाना,पेशाब करने मे कठिनाई होना।तो समझो वह ब्यक्ति (डिमेंशिया) अल्जाइमर बीमारी से ग्रस्त होने जा रहा है। अल्जाइमर बीमारी दैनिक जीवन मे कठिनाइयाँ पैदा कर सकता है। वैसे तो यह किसी भी उम्र मे हो सकता है।परन्तु 60 साल के बाद इसके ज्यादा होने की सम्भावना बढ जाती  है।अल्जाइमर या (डिमेंशिया)का मुख्य कारण है। बचपन या कभी भी सिर पर लगी चोट,मोटर ऐक्सीडेन्ट,या गिरकर सिर पर लगी चोट,जब आधे घन्टे से अधिक समय तक बेहोशी,या याददाश्त खो देने जैसी स्थिति बनी हो।इस बीमारी मे रोगी के मस्तिष्क मे दो प्रोटीन,एमिलाँयड बीटा और टाउ का निर्माण होता है।जो न्यूरांन्स को परेशान करते है।और उसे नष्ट करते हैं।इससे मस्तिष्क की स्मृति क्षमता मे कमी आती है। वर्तमान मे


अल्जाइमर का कोई खास स्पेशल इलाज नहीं है। लेकिन इस हेतु खान- पान (अखरोट,हल्दी,पालक और अन्य ) जो बौद्धिक क्षमता मे बृद्धि करते हों।।साथ ही योग ब्यायाम, पर विशेष ध्यान देना चाहिए।न्यरोलोजिस्ट को भी दिखा सकते हैं।और रोगी के साथ सकारात्मक और स्नेह पूर्ण ब्यवहार करना चाहिए। आज विश्व भर मे इन मरीजों की संख्या बढती जा रही है।

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