महात्मा गौतम बुद्ध कौन थे? Mahatma gautam bhudh
बुद्ध पूर्णिमा महात्मा गौतम बुद्ध का जन्मदिवस है। महात्मा गौतम बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व लुंबिनी नेपाल में पूर्णिमा के दिन हुआ था।उनको भगवान विष्णु का 9वाँ अवतार माना जाता है।बौद्ध धर्म के त्रिरत्न बुद्ध,धम्म,और संघ हैं। महात्माँ गौतम ही बौद्ध धर्म के संस्थापक थे।उन्हें एशिया का ज्योति पुंज भी कहा जाता है।23 मई 2024 को गौतम बुद्ध जी की 2586 वीं जयन्ती है। जन्म 7 दिन बाद उनकी माता जी का स्वर्गवास हो गया था। गौतम बुद्ध का बचपन का नाम सिद्धार्थ था उन्होंने गुरु विश्वामित्र से वेद और उपनिषदों की शिक्षा ली राजकाज और युद्ध विद्या की भी शिक्षा ली कुश्ती घूडदौड तीर कमान रथ हांकने में भी वे बहुत सक्षम थे। उनका मन बचपन से ही करुणा भरा था उनसे किसी भी प्राणी का दुख नहीं देखा जाता था। गौतम बुद्ध ने पूरे संसार को शांति और अहिंसा का मार्ग दिखाया था।
1- कायगुण
2- वाग गुण
3-चित्त्तगुण
4- कर्म- गुण
अष्टमार्ग के सूत्र -
1-शुद्ध ज्ञान,
2-शुद्ध संकल्प.
3-शुद्ध वार्तालाप,
4-शुद्ध आचरण,
5-शुद्ध आजीविका,
6-शुद्ध ब्यायाम
7-शुद्ध स्मृति,
8-शुद्ध समाधि,
महात्मा गौतम बुद्ध का सांसारिक सुखों से मन हट गया था। जीवन के रहस्य को जानने के लिए संसार को छोड़ने का निश्चय किया। बौद्ध
धर्म की स्थापना के लिए गृह त्याग किया। और अंत में वे बिहार में बौद्धगया में पहुंचे जहां पीपल के पेड़ के नीचे तपस्या की और ज्ञान प्राप्त किया।सिद्धार्थ गौतम ने जन्म, मरण के पार का साक्षात्कार किया। उन्होंने अपनी चेतना से यह भी जाना कि सांसारिक दुःख -सुख के क्या कारण हैं? और उनका निवारण कैसे करें।उनको बाद में बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध के रूप में जाना जाने लगा। तथा हिंदू धर्म में बुद्ध को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। बुद्ध पूर्णिमा विश्व के लगभग सभी देशों में कंबोडिया जापान चीन इंडोनेशिया कोरिया मलेशिया म्यांमार नेपाल फिलीपींस आस्ट्रेलिया कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका में अलग-अलग तरीकों मनाया जाता है।समकालीन हिन्दू धर्म मे,बौद्ध उन हिन्दुओं द्वारा पूज्यनीय है।जो आमतौर पर बौद्ध धर्म को हिन्दू धर्म का दूसरा रूप मानते हैं।