तम्बाकू कितना खतरनाक है स्वास्थ्य के लिए?World No Tobacco 2024

 


हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य तंबाकू खाने से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और खतरों के बारे में जागरूकता फैलाना है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार आज पूरी दुनिया में 1.3 अरब लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। और हर साल इसकी वजह से 80 लाख से भी ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। इस दिन संयुक्त राष्ट्र समेत कई वैश्विक संगठन मिलकर दुनिया भर  मे तंबाकू के इस्तेमाल को कैसे कम किया जाए। इस पर गोष्ठियां और विचार मंथन करके जागरूकता फैलाने का कार्य करते हैं। इस वर्ष 2024 विश्व तंबाकू निषेद दिवस की थीम है।बच्चों को तंबाकू उद्योग के निषेद से बचाना।हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर एक अलग थीम रखा जाता है। तंबाकू की खोज सर्वप्रथम मेसोअमेरिका और दक्षिणअमेरिका के मूल निवासियों द्वारा की गई थी।

और बाद में यूरोप और शेष विश्व में इसकी शुरुआत हुई थी। पुरातात्विक खोजों से संकेत मिलता है कि अमेरिका में मनुष्यों ने 12,300 साल पहले ही से ही तंबाकू का उपयोग करना शुरू कर दिया था।

तम्बाकू धीरे- धीरे शरीर को खोखला और कमजोर कर देता है। इसलिए इसे मीठा जहर भी कहा जाता है। विश्व भर में तंबाकू के उत्पादन में चीन ब्राजील और भारत हैं। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के आंकडो़ के अनुसार चीन ब्राजील भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका वर्ष 2017 में वैश्विक तंबाकू उत्पादन में क्रमशःपहले दूसरे तीसरे और चौथे स्थान पर है भारत मे तम्बाकू को कई प्रकार से लोग इस्तेमाल करते हैं। बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, गुल गुडि़कु, जर्दा, , खैनी गुटखा आदि। विश्व भर मे तम्बाकू की 70 से अधिक प्रजातियाँ हैं।

लेकिन मुख्य फसल एन टैबेकम है। तम्बाकू मे निकोटीन समेत 60 तरह के विषैले पदार्थ होते हैं। यह बीडी, सिगरेट गुटखा आदि माध्यमों से खून मे फेफड़ों तक पहुंच जाता है। इससे फेफड़ों की कोशिकाओं मे आक्सीजन ग्रहण करने और कार्बन डाइ आक्साइड छोडने की क्षमता कम हो जाती है। तम्बाकू खाने से मुंह का कैंसर अधिक होता है। इसके अलावा हृदय रोग, दमा, अस्थमा,तनाव उत्तेजना, घबराहट, आदि प्रकार की बीमारियों शुरू होती हैं। 

भारत में तंबाकू का पौधा पुर्तगालियों द्वारा 1605 में लाया गया था। और तब से इसकी खेती का क्षेत्र भारत के लगभग सभी भागों में फैल गया है।भारत मे गुजरात, आन्ध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, क्रमशः तम्बाकू के बड़े उत्पादक राज्य हैं। भारत विश्व के तम्बाकू उत्पादन का लगभग 7.8% तक उत्पादन करता है।अतः हम अपने जीवन को तम्बाकू मुक्त बनायें।

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