भारत रत्न और आस्कर सम्मानित सत्यजित रे
सत्यजीत रे भारतीय सिनेमा को दुनिया में पहचान दिलाने वाले एक महान सख्सियत थे। सत्यजित रे का जन्म 2 मई 1921 को कोलकाता में हुआ था। सत्यजीत रे एक भारतीय फिल्म निर्देशक , लेखक, प्रकाशक, चित्रकार, सुलेखक संगीतज्ञ, कंपोजर ,ग्राफिक डिजाइनर,थे।जिन्हें 20वीं सदी का सर्वोत्तम फिल्म निर्देशकों में गिना जाता है।
सत्यजीत रे ऐसे फिल्मकार थे जिन्होंने पश्चिमी जगत के फिल्म निर्देशकों को भी प्रभावित किया। उन्होंने कुल 36फिल्मों का निर्देशन किया। इनमें से 32 ने राष्ट्रीय पुरस्कार जीते। 6 पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के थे। अकादमिक पुरस्कारों ने उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से नवाजा गया। उनको 1992 में देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
फिल्म और लेखन के माध्यम से देश की सच्ची और मार्मिक तस्वीर प्रस्तुत करने वाले सत्यजीत रे ने अपने जीवन में कुल 29 फिल्में और 10डाक्यूमेन्ट्री फिल्में बनाई थी। सत्यजीत रे की पाथेर पांचाली फिल्म आदर्श फिल्म मानी जाती है। 32 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के विजेता सत्यजीत रे ने प्रसिद्ध चित्रकार नंदलाल और विनोद बिहारी मुखर्जी से कला के पाठ,सीखे।
जिम कार्बेट की मैन ईटर्स आफ कुमाऊँ और जवाहरलाल नेहरू की डिस्कवरी ऑफ इंडिया की आवरण पृष्ठ भी सत्यजीत रे ने ही डिजाइन किये थे।1955 में प्रदर्शित फिल्म पाथेर पांचाली कोलकाता के सिनेमाघरों में लगभग 13 सप्ताह हाउसफुल रही। इस फिल्म को 11 इंटरनेशनल अवार्ड प्राप्त हुए थे। विश्व के 10 फिल्मकारों में शामिल फिल्मकार सत्यजीत रे ने अपनी किसी भी फिल्म को ऑस्कर की दौड़ में शामिल होने नहीं भेजा।
उनकी फिल्म पाथेर पंचाली को दुनियाभर के फिल्म फेस्टिवल में सैकड़ों अवार्ड मिले। स्वयं ऑस्कर अवार्ड 1992 में चलकर कोलकाता आये और विश्व सिनेमा में अभूतपूर्व योगदान के लिए सत्यजीत रे को ऑस्कर अवार्ड से अलंकृत किया। यही नहीं भारत की फिल्म इतिहास में अपना एक खास मुकाम रखने वाले सत्यजीत रे की तस्वीर को संयुक्त राष्ट्र ने अपने मुख्यालय में प्रदर्शित करने का फैसला लिया है
16 विचारको और कलाकारों की तस्वीरें संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में प्रदर्शित की जाएंगी यह 16 फोटो उन शख्सियतों की हैं जिन्होंने मानवता के लिए काम किया है। दुनियाभर के इन 16 नामों में से एक नाम भारत के सत्यजीत रे का भी है। सत्यजीत रे की कुछ प्रसिद्ध फिल्में इह प्रकार से हैं।
पाथेर पांचाली -1955
अपराजिता- 1956
जलसाघर 1959
अपूर संसार 1960
तीन कन्या 1962
अभियान 1963
चिड़ियाखाना 1968
सत्यजीत रे ने बांग्ला भाषा में कई पुस्तकें लिखी हैं।
उनको कई पुरस्कार और सम्मान मिले जिनमे से कुछ इस प्रकार से है
सम्मान और पुरस्कार
1958 को सत्यजीत रे को पद्मश्री पुरस्कार मिला।
1965 को पद्म भूषण।
1976 पद्म विभूषण
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा डी लिट 1978
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार-1985
मानद ऑस्कर अवार्ड 1992
भारत रत्न 1992
अन्य भी बहुत से पुरस्कारों से उन्हें सम्मानित किया गया।
इस प्रकार से इस फिल्मी जगत के महान हस्ती
और भारत रत्न का निधन 23अप्रैल 1992को कलकत्ता मे हुआ।