मलेरिया कैसे होता है?
मलेरिया ऐसी बीमारी है जो प्लाज्मोडियम मच्छर में मौजूद परजीवी की वजह से होता एनाफिलीज नामक मादा मच्छर के काटने से मलेरिया होता है। जब यह मादा मच्छर काटता है। तो मनुष्यों के रक्त प्रवाह मे यह वाइरस संचारित होता है। और फिर यह मच्छर के काटने पर फैलता जाता है।अब सतर्कताऔर जागरूकता के कारण देश मे 84.4प्रतिशत की कमी, मलेरिया की आयी है। ये मच्छर रुके हुए पानी, और खासकर बरसात मे बारिश के कारण होते हैं।
जब किसी व्यक्ति को मलेरिया होता है तो उसके लक्षण इस प्रकार से दिखाई देते हैं।
बुखार आना, सिर में दर्द होना ,उल्टी होना, मन का मचलना ठंड लगना चक्कर आना थकान होना पेट दर्द, तेज से सांस लेना,
मलेरिया के रोकथाम के लिए हमें मच्छरों के प्रजनन वाले स्थानों को नष्ट करना चाहिए। पानी में मच्छर अपना प्रजनन न करे।ऐसे रुके पानी की जगहों को ढक कर रखना और सुखा देना। या पानी की सतह पर तेल डालना जिससे मच्छरों के लारवा सांस न ले सके। हमे हमेशा सतर्क और अपने ईमुनिटी सिस्टम को बनाये रखना चाहिए। इसके उपचार हेतु मरीच के तुरन्त डाक्टर को दिखाना चाहिए। इस हेतु सबसे अच्छी दवा कुनैन(क्लोरोक्वीन)है।