राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस....
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस भारत में हर वर्ष 4 मार्च को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 4 मार्च 1972 से हुई ।यह सप्ताह राष्ट्रीय सुरक्षा जागरुकता हेतु विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी, संस्थानों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग और विभिन्न औद्योगिक संगठनों द्वारा मिलकर मनाया जा रहा है। यह संस्थाएं विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यमों से राष्ट्रीय सुरक्षा की भावना को देश के नागरिकों मे जाग्रत करती हैं।इन कार्यक्रमों को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक मीडिया,पत्रिकाओं,समाचार पत्र और अन्य औद्योगिक पत्रिकाओं के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया जाता है।राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के दौरान औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव के तरीकों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस खासतौर पर हजारों सिपाहियों को समर्पित किया जाता है।जो अपनी जान को खतरे में डालकर देश की सभी तरह से सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात रहते हैं।इस वर्ष का राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का थीम है। (हमारा लक्ष्य शून्य नुकसान) राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का सही अर्थ है कि देश का किसी भी क्षेत्र मे कोई भी और कुछ भी नुकसान न हो। भारत के नागरिकों की, संसाधनों की , औद्योगिक क्षेत्र की आर्थिक क्षेत्र की, प्राकृतिक संसाधन की, मानवीय संसाधनों की हर प्रकार से रक्षा हो। तथा देश की हमारी सीमाएं सुरक्षित रहे।इसीलिये इस वर्ष का थीम है। कि हमारा लक्ष्य शून्य नुकसान।