जसवन्त सिंह रावत हीरो आप नेफा क्यों कहलाये?जसवंत सिंह रावत Hero of Nefa

sr8741002@gmail.com: महावीर चक्र से सम्मानित जसवन्त सिंह रावत का जन्म 19 अगस्त 1941 को ग्राम बाड्यूं,ब्लाक वीरौंखाल,तहसील धुमाकोट,जिला पौडी़ गढवाल,मे हुआ था।1961 मे वे भारतीय सेना के चौथी गढवाल राइफल्स मे भर्ती हुए।इधर चीन ने तिब्बती विद्रोह के बाद जब दलाई लामा ने भारत मे शरण ली तो भारत चीन सीमा पर हिंसक घटनाओं की एक श्रृखला कर शुरू दी।भारत ने फारवर्ड नीति के तहत मैकमोहन रेखा से लगी सीमा पर अपनी सैनिक चौकियां रखी थी।चीन ने 20 अक्टूबर 1962 को लद्दाख और मैकमोहन रेखा के पार एक साथ हमले शुरू किये। यह लडा़ई 14000 फीट से अधिक की ऊंँचाई पर लडी़ गयी।चौथी गढवाल भी मोर्चे पर थी।इस युद्ध मे राइफलमैन जसवन्तसिंह रावत ने नूरानाग रणक्षेत्र मे अकेले 72 घण्टे और अन्तिम सांस तक युद्ध कर 300 से अधिक चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतारा था। उन्होने अकेले 72 घण्टे तक चीनी सेना को रोककर रखा था। उनके साथी त्रिलोक नेगी,और गोपाल गुंसाई कवरिंग फायर दे रहे थे।और मशीन गन से ग्रेनेड फेंक रहे थे।लेकिन फायरिंग के दौरान दोनों शहीद हो गये। जसवन्त रावत भी घायल हुए थे। उनकी कम्पनी के काफी जवान मारे गये। ले...